बाराबंकी । उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) में परिवहन निरीक्षक (टीआई) की जांच के दौरान एक बस कंडक्टर (Bus Conductor) की हार्ट अटैक (Heart Attack) से मौत हो गई है। यूपी रोडवेज से अनुबंधित यह बस बाराबंकी से टिकैतनगर जा रही थी। बाराबंकी-बहराइच मार्ग पर शहाबपुर टोल प्लाजा के पास टीआई जांच कर रहे थे। इस दौरान बस कंडक्टर की हालत बिगड़ने लगी। जब तक ड्राइवर उन्हें लेकर अस्पताल पहुंचता, तब तक कंडक्टर की मौत हो चुकी थी। परिजनों ने टीआई पर कंडक्टर को डांटने-फटकारने और समय से अस्पताल न पहुंचाने का आरोप लगाया है।
बाराबंकी से अनुबंधित बस संख्या UP 14 AT 2760 सुबह लगभग सात बजे पुराने बस स्टेशन से टिकैतनगर के लिए चली। बस बाराबंकी-बहराइच नेशनल हाईवे पर शहाबपुर टोल प्लाजा के पास पहुंची थी कि परिवहन विभाग के टीआई ने चेकिंग के लिए बस को रोक लिया। चेकिंग के दौरान ही कंडक्टर सुरेश चंद्र सैनी (58) की तबीयत बिगड़ने लगी। सैनी मसौली थाना के जेवरी गांव के रहने वाले थे। ड्राइवर बस उन्हें जिला अस्पताल ले गया लेकिन डाक्टरों ने सैनी को मृत घोषित कर दिया। डाक्टरों ने उन्हें हार्ट अटैक की बात चालक से बताई।
घटना की सूचना पाकर काफी संख्या में कंडक्टर और सैनी के परिजन अस्पताल पहुंचे। वहां पर सभी ने आरोप लगाया कि चेकिंग के दौरान टीआई ने सैनी को काफी फटकारा था और टिकट की मशीन भी ले ली थी। इसके बाद ही उन्हें हार्ट अटैक पड़ा। कंडक्टरों ने आरोप लगाया कि सैनी की तबीयत बिगड़ने के बाद भी टीआई सीधे उसे अस्पताल नहीं ले गए। पहले वो बस को लेकर स्टैंड गए और वहां से सुरेश सैनी को लेकर चालक अस्पताल पहुंचा। परिजनों ने आरोप लगाया कि सैनी को समय से इलाज मिलता तो उनकी जान बच सकती थी।
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