वॉशिंगटन । अमेरिकी राष्ट्रपति पद (US Presidency)के चुनावों (Elections)में डोनाल्ड ट्रंप की जीत (Donald Trump wins)के बाद से ही अजीब चीजें ट्रेंड(Stranger Things Trend) कर रही हैं। संयुक्त राज्य अमेरिका की कुछ महिलाओं ने डोनाल्ड ट्रंप के MAGA मूवमेंट से मिलता जुलता MATGA मूवमेंट शुरू किया है। इस आंदोलन का फुल फार्म मेक एक्वा टोफना ग्रेट अगेन है, इसके अंतर्गत गर्भपात के डर से पहले ही पुरुषों को जहर देने का महिमामंडन किया गया है।
सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स और टिकटॉक पर कई वीडियो वायरल हुए कई वीडियो में महिलाएं काल्पनिक हत्या वीडिया बनाते हुए देखी जा सकती हैं। इन वीडियो में वह चाय या अज्ञात पेय पदार्थ में जहर मिलाती हुई दिख रही हैं। यह आंदोलन महिलाओं के उसी आंदोलन को समर्थन दे रहा है, जिसमें ट्रंप की जीत के बाद महिलाओं ने पुरुषों के साथ यौन संबंध बनाने से परहेज करने का ऐलान किया था। अमेरिकी महिलाओं द्वारा शुरू किया गया यह आंदोलन दक्षिण कोरिया के 4बी आंदोलन से प्रेरित है।
अमेरिकी अखबार न्यूयॉर्क पोस्ट के अनुसार, महिलाओं का यह मेटगा आंदोलन ट्रंप के मागा की तरह है। इसमें महिलाओं प्राचीन अमेरिका के हत्यारी गिउलिया टोफाना से प्रेरित हो रही है। 17 वीं सदी मं पुरुषों के अत्याचार से बचने के लिए टोफाना जहर देने का काम करती थी।
कौन थी एक्वा टोफना?
एक्वा टोफना 17वीं सदी की एक इतावली महिला थी, जो उन पत्नियों को जहर बेचती थी, जिनके पति उन पर अत्याचार करते थे। टोफना के जहर बेचने के कारण उस समय पर करीब 600 से अधिक पुरुषों ने अपनी जान गंवाई थी। टोफना के द्वारा बेचे जाने वाले जहर को उसके ही नाम से जाना जाता था। यह जहर इतना शक्तिशाली होता था कि इसने टोफना को एक सीरियल किलर के रूप में कुख्यात कर दिया।
टोफना के जहर के बारे में माना जाता है कि वह स्वादहीन होता था और इंसान के मरने के बाद भी पता नहीं चल पाता था कि उसे जहर देकर मारा गया है। अपने ग्राहकों को टोफना कॉस्मेटिक की बोतल में यह जहर बेचती थी, जिससे पुरुषों को अपनी आने वाली मौत के बारे में पता नहीं चल पाता था। उस दौर में जब महिलाओं की सामाजिक स्थिति अच्छी नहीं होती थी तब कई महिलाओं ने खराब विवाह से बचने के लिए इसे एक योजना के रूप में अपनाया था।
टोफना के अंत के बारे में कई कहानियां प्रचलित हैं। कुछ का कहना है कि टोफना के एक शिकार के अंतिम समय में जहर के लक्षण मिलने के कारण इस खेल का भंड़ाफोड़ हुआ और फिर उन्हें पकड़ कर यातना देकर मार डाला गया। वहीं कुछ और लोगों का कहना है कि उम्र से संबंधित बीमारियों के बाद उनकी मौत हुई थी।
क्यों लोकप्रिय हो रहा है एक्वा टोफना
ट्रंप के राष्ट्रपति बनने से महिलाओं के गर्भपात संबंधी कानूनों को लेकर संशय की स्थिति बनी हुई है। इसके कारण कुछ महिलाओं ने यौन संबंध बनाने से भी परहेज का ऐलान करते हुए आंदोलन शुरू किया था। कई उदारवादी महिलाओं ने ट्रंप की जीत के बाद अपने तरीके से विरोध प्रदर्शन किया। कईयों ने अपने सिर मुंडवा लिए तो कईयों ने यौन हमलों में शामिल होने जैसे विचित्र विरोध प्रदर्शनों में भाग लिया। ट्रंप के आने के बाद अमेरिका की एक वर्ग की महिलाओं में डर है कि भविष्य में उनके प्रजनन के अधिकारों और महिला स्वतंत्रता को खतरे में डाला जा सकता है।
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved