पेइचिंग। अमेरिका और ताइवान के बीच F-16V फाइटर जेट डील को लेकर चीन बौखला गया है और उसने ताइवान को तबाह करने की धमकी भी दे डाली है। चीन की सरकारी मीडिया ने चेतावनी दी है कि ताइवान अगर इस डील से पीछे नहीं हटता तो पीपल्स लिबरेशन आर्मी मिलिट्री ऐक्शन के लिए भी पूरी तरह तैयार है। चीन ने खुली धमकी दी है कि उसके फाइटर जेट मिनटों में ताइवान की एयरफील्ड को तबाह कर देंगे, इसके बाद F-16V के टेकऑफ करने के लिए भी कोई जगह नहीं बचेगी।
ग्लोबल टाइम्स में छपे एक संपादकीय में कहा गया है- ‘PLA के लिए F-16V फाइटर जेट खतरा हो सकते हैं, लेकिन PLA के पास उसकी टक्कर में J-10B और J-10C फाइटर जेट हैं और और J-11 का तो वे सामना भी नहीं कर सकते। J-20 की टक्कर का तो कोई दूसरा जेट है ही नहीं। चीनी सरकार ने अख़बार के जरिए स्पष्ट संदेश दिया है कि अगर जबरदस्ती रीयूनिफेकिशन की कोशिश हुई तो PLA ताइवान की एयर फील्ड और कमांड सेंटर्स क तबाह कर देगी। इसके बाद F-16V को उड़ने का मौका भी नहीं मिलेगा और जो पहले से हवा में होंगे उन्हें लैंड करने के लिए जगह नहीं मिलेगी।
If a reunification-by-force operation breaks out, the PLA would destroy #Taiwan's air fields and command centers, giving their F-16Vs no chance to even take flight, and giving those already in the air no place to land: analysts https://t.co/qs9lHP3IpC pic.twitter.com/rb8AoQECeA
— Global Times (@globaltimesnews) August 15, 2020
लॉकहीड के साथ 62 अरब डॉलर की हुई है डीलदरअसल ताइवान और अमेरिका की हथियार निर्माता कंपनी लॉकहीड के बीच 62 अरब डॉलर के F-16 फाइटर जेट खरीदने का सौदा हुआ है। इस सौदे के तहत ताइवान शुरू में 90 फाइटर जेट खरीदेगा जो अत्याधुनिक तकनीकों और हथियारों से लैस होंगे। यह सौदा करीब 10 साल में पूरा होगा लेकिन कुछ विमान उसे अभी मिल जाएंगे। अमेरिकी रक्षा मंत्रालय ने ही इस सौदे की जानकारी दी है हालांकि उन्होंने खरीदार देश का नाम नहीं बताया था लेकिन बाद में ये सामने आ गया कि ताइवान ही F-16 खरीद रहा है।
Carried by J-16 fighter jet or H-6 bomber, a single shot by China’s domestically developed airborne munitions dispenser can cover 6,000 square meters, destroying targets below like tank groups and airfield. https://t.co/GsBBnlh413 pic.twitter.com/mVd7bscBIl
— Global Times (@globaltimesnews) August 16, 2020
ग्लोबल टाइम्स के मुताबिक अमेरिका ने ताइवान के सवाल पर ‘रेड लाइन’ पर कदम रख दिया है जिससे टकराव की स्थिति पैदा हो गई है। PLA फिलहाल टकराव को टालने की तैयारी कर रही है लेकिन जरूरत पड़ने पर मिलिट्री ऐक्शन से पीछे नहीं हटेगी। PLA अडवांस्ड हथियार और उपकरण विकसित करना जारी रखेगी और ताइवान की सेना से सैन्य अंतर को और बढ़ाएगी। उन्होंने यह चेतावनी भी दी है कि भविष्य में मिलिट्री ड्रिल्स के दौरान जंगी जहाज भी ताइवान के एयरस्पेस में भी जाएंगे और ज़रुरत पड़ी तो हमला भी करेंगे।
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