नई दिल्ली । डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) के टैरिफ (Tariff) कम करने की अटकलों ने अमेरिकी शेयर बाजार (US stock market) में तूफानी तेजी ला दी। वॉल स्ट्रीट का प्रमुख संवेदी सूचकांक डाऊ जोन्स 597.97 अंकों की बंपर उछाल के साथ 42583 पर बंद हुआ। एसएंडपी 1.76 पर्सेंट या 100 अंकों की छलांग लगाकर 5767 पर बंद हुआ। टेक शेयरों ने दम दिखाया तो नैस्डैक में 2.27 पर्सेंट उछल गया और यह 404 अंक ऊपर 18188 के लेवल पर बंद हुआ।
टेस्ला-एनवीडिया का जलवा
अमेरिकी शेयर बाजार में सोमवार को जबर्दस्त तेजी के बीच 12% और एनवीडिया के नेतृत्व में चिपमेकर्स चमके। हालांकि, महंगे वैल्यूएशन की चिंता के बीच बड़ी टेक कंपनियों का यह साल का सबसे खराब क्वार्टर रहने वाला था।
एनालिस्ट्स का दावा
टाइग्रेस फाइनेंशियल के इवान फाइनसेथ का कहना है, “मार्केट की गिरावट का सबसे बुरा दौर खत्म। ओवरसोल्ड लेवल से रैली जारी रह सकती है। ट्रंप के टैरिफ में ढील इसकी बड़ी वजह बनेगी। अगले महीने वॉल्यूम में उछाल आएगा, खासकर ट्रंप की टैरिफ नीतियों के नतीजों के बाद।”
चौतरफा तेजी
वहीं, दलाल स्ट्रीट के साथ ही क्रिप्टो मार्केट भी चमका। 10-साल के ट्रेजरी यील्ड 4.33% पर पहुंचा। ट्रंप के वेनेजुएला से तेल खरीदने वाले देशों पर 25% टैरिफ की धमकी से कच्चे तेल के दाम भी उछले।
एनालिस्ट्स की राय
मैक्वेरी के थिएरी विज़मैन का कहना – “टैरिफ पॉलिसी में अब ‘पीक चैओस’ गुजर चुका है। अब तर्कसंगत नीतियां और सौदेबाजी होगी।” वहीं, JPMorgan, मॉर्गन स्टैनली जैसी बड़ी कंपनियों के एक्सपर्ट्स का मानना है कि मार्केट का निचला स्तर छू चुका है।
ब्लैकरॉक का ऐलान
“अमेरिकी शेयरों में अभी भी निवेश करने का मौका,” ब्लैकरॉक के स्ट्रैटेजिस्ट्स ने कहा। प्रिंसिपल ऐसेट मैनेजमेंट के क्रिश्चियन फ्लोरो के मुताबिक, “अगर कंपनियों का मुनाफा (अर्निंग्स) वैल्यूएशन की बढ़त को आगे ले जाता है, तो बाजार और ऊपर जाएगा। निवेशकों को अर्निंग्स रिविजन और नीतियों पर नजर रखनी चाहिए।”
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