मिनेसोटा। अमेरिका(America) में पुलिस(Police) के हाथों एक अश्वेत नागरिक (Black Citizens) के मारे जाने के बाद कई जगह हिंसक प्रदर्शन शुरू हो गए हैं. मिनेसोटा उपनगर इलाके में पुलिस ने एक ट्रैफिक स्टॉप पर 20 साल के अश्वेत युवक (Black Citizens) डौंटी राइट (Daunte Wright) को गोली मार (Kill) दी जिसके बाद वहां हिंसक विरोध-प्रदर्शन शुरू हो गया. अमेरिकन पुलिस (American police) की इस कार्रवाई पर वो इलाका सुलग उठा है.
प्रदर्शनकारियों को जब एक पुलिस अधिकारी ने वहां से हटाने की कोशिश की तो वो और भड़क गए और हिंसा होने लगी. मृतक की मां ने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है. ये वही इलाका है जहां बीते साल 4 पुलिसकर्मियों ने गर्दन दबाकर अश्वेत नागरिक जॉर्ज फ्लॉयड की हत्या कर दी थी. इनके खिलाफ वहां जांच और कानूनी कार्रवाई जारी है. इस वजह से इस क्षेत्र में पुलिस अधिकारियों के खिलाफ विरोध- प्रदर्शन उग्र हो गया है.
मृतक की मां ने वहां प्रदर्शनकारियों की भीड़ से कहा, अगर यह जारी रहता है तो बात केवल हिंसा के बारे में होगी मेरे बेटे के बारे में नहीं. हमें इस बात को उठाने की आवश्यकता है कि मेरे बेटे को बिना किसी कारण के गोली क्यों और कैसे मारी गई. उन्होंने कहा “हमें यह सुनिश्चित करने की आवश्यकता है कि हम असल चीजों को सामने लाएं क्योंकि हिंसा से मेरा बेटा वापस नहीं आ सकता. यह घटना इसी रविवार की है. रिपोर्ट के मुताबिक युवक डौंटी राइट कार से घर आ रहा था तभी दूसरी कार से उसकी टक्कर हो गई. मृतक युवक की मां ने बताया कि बेटे ने उसे फोन कर बताया कि पुलिस वाले ने उन्हें रोक रखा है. मृतक की मां के मुताबिक उसके बेटे को पुलिस वाले बार-बार फोन रखने के लिए कह रहे थे जिसकी आवाज वो सुन रही थी. इसके कुछ देर बाद युवक के दोस्त ने उन्हें फोन कर बताया कि पुलिस ने उनके बेटे को गोली मार दी है और मौके पर ही उसकी मौत हो गई है. वहीं इन आरोपों पर स्थानीय पुलिस ने भी बयान जारी किया है. पुलिस ने कहा है कि ड्राइवर ने ट्रैफिक नियम तोड़ा था और उसे रुकने के लिए कहा गया था. उसी समय पता चला कि ड्राइवर के खिलाफ किसी अन्य मामले में वारंट जारी है जिसके बाद पुलिस ने उसे हिरासत में लेने की कोशिश की. इसी दौरान वो अपनी कार में चढ़ने लगा जिसके बाद पुलिस ने उस पर फायरिंग कर दी जिसमें उसकी जान चली गई. बता दें कि जहां इस अश्वेत नागरिक की मौत हुई है वहां से सिर्फ 16 किलोमीटर की दूरी पर ही बीते साल अश्वेत नागरिक जॉर्ज फ्लॉयड की मौत हुई थी. पुलिसकर्मी ने उसके गर्दन पर पैर रखा था जिससे उसकी मौत हो गई थी. इसके बाद पूरे अमेरिका में अश्वेत समुदाय के लोगों ने पुलिस की इस कार्रवाई के विरोध में प्रदर्शन किया था.