डेस्क: अमेरिका की नौसेना (US Navy) का एक विमान नॉर्वे में प्रशिक्षण अभ्यास के दौरान लापता हो गया है. घटना के बाद से नॉर्वे का प्रशासन इसकी तलाश में जुट गया है. नॉर्वे (Norway) की सेना ने एक बयान जारी कर कहा कि नौसेना का विमान ‘ऑस्प्रे’ शुक्रवार रात को लापता होने के कारण आर्कटिक सर्कल नगरपालिका बोडो (US Military Plane Missing) पर नहीं उतरा. बयान के मुताबिक इसके बाद असैन्य संयुक्त बचाव समन्वय केंद्र उत्तरी नॉर्वे ने एक खोज और बचाव अभियान शुरू किया है.
नॉर्वे की सेना ने शुक्रवार देर रात कहा कि बोडो के दक्षिण में खोज हवाई माध्यम से की गई. यह भी कहा गया, ‘मौसम की स्थिति के कारण हवाई माध्यम से मौके पर पहुंचना संभव नहीं है.’ मरीन कोर ने ट्वीट किया, ‘हम मरीन कोर के एमवी-22बी ऑस्प्रे विमान से जुड़ी घटना की पुष्टि कर सकते हैं. इस घटना के कारणों की जांच की जा रही है. अतिरिक्त विवरण मिलने पर इसकी जानकारी दी जाएगी.’ नॉर्वे ने कहा कि चार चालक दल वाला यह विमान ‘कोल्ड रिस्पांस’ सैन्य अभियान में भाग ले रहा था.
नाटो के सदस्य देश कर रहे अभ्यास
इस अभ्यास के तहत नाटो के सदस्य देशों के सैनिक भीषण ठंड के बीच नॉर्वे की सेना के साथ ‘प्रशिक्षण और संचालन’ कर रहे थे. नॉर्वे के मुताबिक इस अभ्यास की सूचना ‘यूक्रेन युद्ध’ से बहुत पहले दे दी गई थी. इससे पहले ऐसी ही एक खबर ताइवान से सामने आई थी. यहां 14 मार्च को ताइवान की वायु सेना ने कहा था कि उसका फ्रांस निर्मित मिराज 2000 लड़ाकू विमान द्वीप के पूर्वी तट पर लापता हो गया है, लेकिन पैराशूट की मदद से पायलट को सुरक्षित बचा लिया गया है.
बचाव हेलिकॉप्टर ने पायलट को बचाया
वायु सेना ने कहा कि लेफ्टिनेंट कर्नल हुआंग चुंग-काई को यांत्रिक दिक्कत की सूचना देने के बाद निकाल लिया गया था. उसने बताया था कि हुआंग ने नियमित प्रशिक्षण अभियान के तहत तैतुंग हवाई अड्डे से करीब एक घंटे पहले उड़ान भरी थी. उन्हें एक बचाव हेलिकॉप्टर ने बचाया. वायु सेना उपकरणों के पुराने होने और चीन के इस द्वीप को अलग-थलग करने के प्रयासों के बीच ताइवान नए उपकरण खरीदने में परेशानी का सामना कर रहा है. उसने चीन के आक्रामक रुख के बीच नब्बे के दशक में 55 मिराज 2000 विमान खरीदे थे.
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