वॉशिंगटन । अमेरिका (America)के राष्ट्रपति चुनाव(presidential election) के लिए आज मतदान का आखिरी दिन है। इसके साथ ही नतीजे भी आने शुरू (The results have started coming in)हो गए हैं। डोनाल्ड ट्रंप (donald trump)ने कमला हैरिस (Kamala Harris)पर बढ़त बना ली है। अमेरिका के राष्ट्रपति चुनाव पर पूरी दुनिया की ही नजरें हैं क्योंकि डोनाल्ड ट्रंप को अपने कट्टर रुख के लिए जाना जाता है, जबकि कमला हैरिस उदारवादी विचारधारा की नेता मानी जाती हैं। अमेरिका के चुनाव नतीजे का असर आंतरिक मामलों पर तो दिखेगा ही इसके साथ ही यूक्रेन-रूस युद्ध, इजरायल-हमास जंग समेत दुनिया के कई मसलों में सीधे तौर पर दिखेगा।
डोनाल्ड ट्रंप को बंपर बढ़त, कमला पिछड़ीं
अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव के लिए मतों की गिनती जारी है। पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने शानदार बढ़त बना ली है। वह धीरे-धीरे बहुमत के करीब जा रहे हैं। वहीं, कमला हैरिस को अब तक सिर्फ 99 सीटें मिली हैं। वहीं, इसके मुकाबले ट्रंप 198 वोट के साथ आगे चल रहे हैं।
ट्रंप को बंपर बढ़त, कमला पिछड़ीं
अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में किसी भी कैंडिडेट को बहुमत के लिए 270 सीटों की आवश्यक्ता होती है। अब तक के नतीजों में डोनाल्ड ट्रंप ने बंपर बढ़त बना ली है। वह 178 मतों के साथ सबसे आगे चल रहे हैं। वहीं, कमल हैरिस 99 सीटों के साथ दूसरे नंबर पर बनी हुई हैं।
ट्रंप और कमला में कांटे की टक्कर, जानें कौन आगे
अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव के नतीजे सामने लगे हैं। अब तक के नतीजों में कमला हैरिस और डोनाल्ड ट्रंप के बीच अब कड़ा मुकाबला देखने को मिलने लगा है। ट्रंप को अब तक 120 वोट मिले हैं। वहीं, कमला हैरिस भी 99 वोट के साथ टक्कर देने लगी हैं। किसी भी कैंकिडेट को जीतने के लिए 270 मतों की आवश्यक्ता होती है।
इंडियाना पर डोनाल्ड ट्रंप की पार्टी का कब्जा
रिपब्लिकन मार्लिन स्टुट्ज़मैन ने मंगलवार को इंडियाना की यूएस हाउस सीट के लिए चुनाव जीता। स्टुट्ज़मैन ने पहले 2010 से 2017 तक सीट पर कब्जा किया था। उन्होंने डेमोक्रेट किली एडोल्फ़ को हराया। स्टुट्ज़मैन इंडियाना में यूएस सीनेट में जिम बैंक्स की जगह लेंगे। स्टुट्ज़मैन एक फार्म और ट्रकिंग कंपनी के मालिक हैं। वह यूएस-मेक्सिको सीमा की दीवार को पूरा करने का भी समर्थन करते हैं और अमेरिकी शिक्षा विभाग को खत्म करना चाहते हैं।
ट्रंप और कमला हैरिस में टक्कर
रिपब्लिकन पार्टी के माइकल वाल्ट्ज ने दोबारा जीत हासिल की है। वह चार बार चुनाव जीतने में अब तक सफल रहे हैं। वाल्ट्ज का सामना डेमोक्रेट जेम्स स्टॉकटन से हुआ, जो एक पादरी और स्थानीय NAACP शाखा के पूर्व अध्यक्ष हैं। सांसद बनने से पहले वाल्ट्ज ने अफगानिस्तान में बतौर अमेरिकी सैनिक काम कर चुके हैं। उन्होंने रक्षा विभाग के लिए भी काम किया।
डोनाल्ड ट्रंप ने बनाई शानदार बढ़त, काउंटिंग में शतक पार
अमेरिका के राष्ट्रपति चुनाव के नतीजे आने लगे हैं। डोनाल्ड ट्रंप ने शतक पार कर लिया है। उन्हें अब तक 101 वोट मिल चुके हैं। वहीं कमला हैरिस 49 वोटों के साथ संघर्ष करती दिख रही हैं।
डोनाल्ड ट्रंप ने बनाई बड़ी बढ़त, कमला पिछड़ी
अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव के लिए वोटिंग और काउंटिंग, दोनों ही जारी है। डोनाल्ड ट्रंप को अब तक 95 वोट मिले हैं। वहीं, कमला हैरिस के खाते में सिर्फ 35 वोट पड़े हैं। यहां बहुमत का आंकड़ा 270 है।
डोनाल्ड्र ट्रंप ने बनाई बढ़त, कमला पिछड़ीं
अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव के लिए वोटिंग और गिनती साथ-साथ चलती है। अब तक के जो नतीजे सामने आए हैं उसके मुताबिक, डोनाल्ड ट्रंप कमला हैरिस के मुकाबले आगे चल रहे हैं। ट्रंप को जहां 23 वोट मिले हैं। वहीं कमला हैरिस को अब तक सिर्फ 3 वोट मिले हैं। मत प्रतिशत में भी कमला के मुकाबले ट्रंप आगे चल रहे हैं। ट्रंप को 55.5 प्रतिशत वोट मिले हैं। वहीं, कमला को 43.8 प्रतिशत मिले हैं।
मतदान के बाद क्या बोले ट्रंप
पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने फ्लोरिडा के पाम बीच में मतदान करने के बाद मीडिया से बातचीत की। जहां उन्होंने अपनी चुनावी संभावनाओं को लेकर आत्मविश्वास व्यक्त किया। ट्रंप ने कहा, “मुझे बहुत विश्वास है कि हम अच्छे परिणाम हासिल करेंगे।” उन्होंने यह भी कहा, “ऐसा लग रहा है कि रिपब्लिकन ने बड़ी संख्या में वोट डाले हैं। हम देखेंगे कि परिणाम कैसे आते हैं।” ट्रंप ने आगे जोड़ा, “मैं सुन रहा हूं कि हम बहुत अच्छे प्रदर्शन कर रहे हैं।”
कब तक आएगा चुनाव का फैसला
अमेरिकी मतदाता आज 2024 के राष्ट्रपति चुनाव के लिए अपने मताधिकार का प्रयोग कर रहे हैं। हालांकि, चुनाव के बाद नतीजे मिलने में कुछ दिन लग सकते हैं, क्योंकि मतगणना और कानूनी प्रक्रियाओं के चलते अंतिम नतीजे में देरी हो सकती है। कड़े मुकाबले और मेल-इन बैलट की गिनती के कारण नतीजों की घोषणा में कुछ दिन लग सकते हैं। चुनाव आयोग और संबंधित एजेंसियां मतगणना में सटीकता सुनिश्चित करने के लिए अतिरिक्त समय ले सकती हैं।
अमेरिका में किन मुद्दों पर हो रहा चुनाव
इस चुनाव में मतदाताओं की शीर्ष चिंताएं अर्थव्यवस्था, लोकतंत्र, राष्ट्रीय सुरक्षा, आव्रजन, शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं से जुड़ी हैं। इन मुद्दों पर मतदाताओं का फैसला देश की नीति और विकास पर महत्वपूर्ण प्रभाव डालेगा। विशेषज्ञों का मानना है कि यह चुनाव न केवल देश की राजनीति बल्कि आम नागरिकों के भविष्य को भी प्रभावित करेगा।
7 राज्यों में कांटे की टक्कर
इसके साथ ही 10 राज्यों में गर्भपात अधिकारों से जुड़े जनमत संग्रह भी हो रहे हैं, जो सामाजिक दृष्टिकोण से अहम माने जा रहे हैं। इस चुनाव में राष्ट्रपति पद के लिए डेमोक्रेटिक उम्मीदवार कमला हैरिस और रिपब्लिकन उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप के बीच सात निर्णायक राज्यों में कांटे की टक्कर चल रही है। जानकारों का मानना है कि इन राज्यों के नतीजे ही चुनाव की दिशा तय करेंगे।
अमेरिकी चुनाव में दांव पर क्या-क्या लगा
अमेरिका के पूर्वी और मध्य राज्यों में मतदान प्रक्रिया शुरू हो चुकी है, जहां लाखों मतदाता अगले राष्ट्रपति के चुनाव के लिए अपने मताधिकार का प्रयोग कर रहे हैं। इस बार न केवल राष्ट्रपति पद दांव पर है, बल्कि सैकड़ों संसदीय सीटें भी, जो सीनेट और हाउस में पार्टी संतुलन को प्रभावित करेंगी। इसके अलावा, हजारों स्थानीय पदों के लिए भी मतदाता अपने प्रतिनिधि चुन रहे हैं।
निर्णायक हो सकता है वोटिंग प्रतिशत, अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में कड़ा मुकाबला होने की संभावना
अमेरिका के राष्ट्रपति चुनाव में इस बार मुकाबला बेहद कड़ा होने की उम्मीद है। विशेषज्ञों के अनुसार, यह चुनावी परिणाम पूरी तरह से इस बात पर निर्भर करेगा कि किस उम्मीदवार के समर्थक अधिक संख्या में मतदान केंद्रों तक पहुंचते हैं। जॉर्जटाउन यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर क्लाइड विलकॉक्स ने अल जजीरा से बातचीत में कहा, “अपने मतदाताओं को मतदान करने के लिए प्रेरित करना ही सबसे बड़ा अंतर ला सकता है।” इस चुनाव में आधे से अधिक मत पहले ही शुरुआती मतदान के जरिए डाले जा चुके हैं, जो मतदाताओं में बढ़ती दिलचस्पी को दर्शाता है। शुरुआती वोटिंग में भी दोनों दलों के बीच स्पष्ट विभाजन देखा जा रहा है, जो इस बात की ओर इशारा करता है कि चुनाव नतीजे किस ओर झुकेंगे, यह कहना अभी मुश्किल है।
एलन मस्क के प्लेटफॉर्म एक्स पर फैलाई गई गलत सूचना: रिपोर्ट
एक नई रिपोर्ट के अनुसार, एलन मस्क के सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर इस वर्ष अमेरिकी चुनावों से संबंधित गलत या भ्रामक दावों ने दो अरब से अधिक व्यूज हासिल किए हैं। यह जानकारी एक गैर-लाभकारी संस्था सेंटर फॉर काउंटरिंग डिजिटल हेट द्वारा प्रस्तुत की गई है। रिपोर्ट में कहा गया है कि इस वर्ष मस्क के कम से कम 87 पोस्ट ऐसे हैं, जिन्हें फैक्ट-चेकर्स ने गलत या भ्रामक करार दिया है। गौरतलब है कि मस्क ने खुले तौर पर राष्ट्रपति पद के लिए ट्रंप का समर्थन किया है।
कई राज्यों में मतदान की प्रक्रिया शुरू
अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव के लिए मतदान की प्रक्रिया तेजी से आगे बढ़ रही है। कई राज्यों में मतदान केंद्र खुल गए हैं। कनेक्टिकट, इंडियाना, केंटकी, मेन, न्यू जर्सी, न्यू यॉर्क और वर्जीनिया के मतदाता अब अपने मतदान स्थलों पर जाकर अपने मत डाल सकते हैं। इससे पहले वर्मोंट और न्यू हैम्पशायर में भी मतदान की प्रक्रिया शुरू हो चुकी थी। अब इन नए राज्यों में मतदाता अपने अधिकार का उपयोग करते हुए लोकतंत्र की इस महत्वपूर्ण प्रक्रिया में भाग ले रहे हैं।
सर्वे में भी रहा ट्रंप और हैरिस के बीच करीबी मुकाबला
कई चुनावी सर्वे में भी दोनों के बीच बेहद करीबी मुकाबला देखा गया। ABC न्यूज के फाइव थर्टी एट प्लैटफॉर्म के अनुसार, हैरिस ट्रंप से 1 प्रतिशत की मामूली बढ़त (48% बनाम 46.9%) पर हैं। वहीं, NBC न्यूज और एमर्सन कॉलेज के सर्वेक्षण में दोनों 49%-49% के बराबर पर हैं। इप्सोस के अनुसार हैरिस को 49%-46% की बढ़त है, जबकि एटलस इंटेल ने ट्रंप को 50%-48% की बढ़त दिखाई है।
इन राज्यों के नतीजों पर रहेगी खास नजर
चुनाव के नतीजों में निर्णायक भूमिका निभाने वाले खास राज्यों में इस बार भी कड़ा मुकाबला होगा। इनमें नेवादा (6), एरिजोना (11), नॉर्थ कैरोलिना (16), जॉर्जिया (16), विस्कॉन्सिन (10), मिशिगन (15), और पेंसिल्वेनिया (19) जैसे राज्य शामिल हैं। ये राज्य अपने बदलते रुझानों के कारण दोनों पार्टियों के लिए महत्वपूर्ण बन गए हैं और नतीजों को प्रभावित करने में सक्षम हैं।
हैरिस की ऐतिहासिक दावेदारी की बीच ट्रंप वापसी पर लगा रहे जोर
डेमोक्रेटिक पार्टी से कमला हैरिस अमेरिकी उपराष्ट्रपति के तौर पर राष्ट्रपति पद की दौड़ में उतरी हैं और वह अगर जीतती हैं तो देश की पहली महिला और भारतीय मूल की पहली अमेरिकी राष्ट्रपति बनेंगी। वहीं, रिपब्लिकन पार्टी से पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप व्हाइट हाउस में वापसी का प्रयास कर रहे हैं। अगर ट्रंप जीतते हैं, तो वे एक सदी में पहले ऐसे राष्ट्रपति होंगे जो दो गैर-लगातार कार्यकाल निभाएंगे।
कैसे बंटे हैं अमेरिका चुनाव के वोट
अमेरिका का इलेक्टोरल कॉलेज प्रणाली 538 वोट्स पर आधारित है, जिसमें 435 सीटें हाउस ऑफ रिप्रेजेंटेटिव्स, 100 सीनेट सीटें, और वॉशिंगटन डीसी के 3 वोट्स शामिल हैं। सबसे बड़े राज्य कैलिफोर्निया को 54 वोट्स मिले हैं, वहीं टेक्सास को 40 और फ्लोरिडा को 30 वोट्स प्राप्त हैं। इसके विपरीत, छोटे राज्यों जैसे नॉर्थ डकोटा, साउथ डकोटा, डेलावेयर, और वरमोंट को न्यूनतम 3 इलेक्टोरल वोट्स ही मिले हैं।
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