नई दिल्ली. भारत (India)-अमेरिका (US) के बीच टैरिफ (tariff) मामला सुलझाकर द्विपक्षीय व्यापार (bilateral trade) समझौते की रूपरेखा तैयार करने को लेकर जारी माथापच्ची के बीच विदेश मंत्री एस जयशंकर (S Jaishankar) और वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल (Piyush Goyal) ने सोमवार को संसद भवन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की। दोनों मंत्रियों ने उन्हें टैरिफ विवाद मामले में अब तक की प्रगति की जानकारी दी।
यह मुलाकात ऐसे समय हुई है, जब व्यापार मामलों के दक्षिण और मध्य एशिया के प्रभारी ब्रेंडन लिंच के नेतृत्व में अमेरिकी व्यापार प्रतिनिधिमंडल पांच दिवसीय दौरे पर मंगलवार को भारत आ रहा है। अमेरिकी प्रतिनिधिमंडल की 25 से 29 मार्च तक की यात्रा को द्विपक्षीय व्यापार समझौते की रूपरेखा तैयार करने के नजरिए से बेहद अहम माना जा रहा है।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा है कि उनके नई दिल्ली से बहुत अच्छे संबंध हैं, मगर समस्या टैरिफ संरचना की है। अमेरिका भारत को नई टैरिफ व्यवस्था से राहत नहीं देगा और परस्पर टैरिफ सिद्धांत के अनुरूप 2 अप्रैल से इसे भारत पर भी लागू करेगा।
मुलाकात इसलिए अहम
पीएम मोदी की पिछले माह अमेरिका यात्रा के दौरान दोनों पक्षों ने पारस्परिक रूप से लाभकारी व्यापार समझौता करने पर सहमति जताई थी। इसके लिए गोयल और जयशंकर ने अपनी अमेरिका यात्रा के दौरान विभिन्न पक्षों से बातचीत की थी। अब लिंच के नेतृत्व में अमेरिकी व्यापार मंडल मंगलवार को भारतीय पक्ष से बातचीत करेगा। इसी के आधार पर द्विपक्षीय व्यापार समझौते की रूपरेखा तैयार होगी।
व्यापार घाटा कम करना चाहता है अमेरिका
अमेरिका चाहता है कि भारत व्यापार घाटा कम करने के लिए उसे अपने बाजार में सरल उपस्थिति का रास्ता बनाए। इसमें सबसे बड़ी बाधा भारत की ओर से चुनिंदा अमेरिकी उत्पादों पर लगाया जाने वाला आयात शुल्क है। भारत चाहता है कि दोनों देश व्यापार का विस्तार करने के साथ एक-दूसरे के बाजारों में पहुंच बढ़ाएं। इसके अलावा टैरिफ और गैर-टैरिफ बाधाओं को कम करने के साथ आपूर्ति-शृंखला एकीकरण पर भी जोर दे।
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