वाशिंगटन। अमेरिकी रक्षा मंत्री ऑस्टिन (US Defense Secretary Austin) ने रविवार (Sunday) को भारत के चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत (Chief of Defense Staff General Bipin Rawat) की पेंटागन की हाल की यात्रा को ऐतिहासिक बताया है। ऑस्टिन कहा कि उन्होंने दोनों सशस्त्र बलों (armed forces) के बीच अधिक संचालन सुनिश्चित करने के तरीकों पर चर्चा की और एक स्वतंत्र और खुले हिंद-प्रशांत क्षेत्र के लिए अपनी स्थायी प्रतिबद्धता की पुष्टि की।
जनरल रावत की अमेरिका यात्रा व्हाइट हाउस (White House) में प्रधामंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) और राष्ट्रपति जो बाइडन के बीच पहली व्यक्तिगत बैठक के एक हफ्ते बाद हुई है जिसके दौरान दोनों नेताओं ने भारत और अमेरिका के बीच अधिक सैन्य-से-सैन्य सहयोग की आवश्यकता की पुष्टि की।
चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल रावत से मिलना सम्मान की बात
ऑस्टिन ने कहा कि पिछले हफ्ते पेंटागन की अपनी ऐतिहासिक यात्रा के दौरान भारतीय चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल रावत से मिलना सम्मान की बात थी। ऑस्टिन ने इस क्षेत्र में चीन की आक्रामक कार्रवाइयों के बीच एक ट्वीट में कहा कि हमने एक स्वतंत्र और खुले हिंद-प्रशांत क्षेत्र के लिए अपनी स्थायी प्रतिबद्धता की पुष्टि की और अमेरिका और भारतीय सशस्त्र बलों के बीच अधिक अंत:संचालन को बढ़ावा देने के तरीकों पर चर्चा की।
पेंटागन के प्रेस सचिव जॉन किर्बी ने कहा कि जनरल रावत और ऑस्टिन ने अंतरिक्ष, साइबर और उभरती प्रौद्योगिकियों जैसे नए रक्षा क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने सहित अमेरिका-भारत रक्षा साझेदारी को आगे बढ़ाने के लिए अपनी प्राथमिकताओं पर बातचीत की।
शिखर सम्मेलन में बाइडन ने साधा था चीन पर निशाना
24 सितंबर को राष्ट्रपति बाइडन ने क्वाड नेताओं के पहले व्यक्तिगत शिखर सम्मेलन की मेजबानी की थी, इस दौरान उन्होंने भारत-प्रशांत क्षेत्र के लिए प्रयास करने की बात कही थी और चीन को एक स्पष्ट संदेश दिया था कि जबरदस्ती से प्रतिबंधित क्षेत्रों में घसुपैठ बंद हो। राष्ट्रपति बाइडन के निमंत्रण पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनके समकक्ष ऑस्ट्रेलिया से स्कॉट मॉरिसन और जापान से योशीहिदे सुगा ने क्वाड शिखर सम्मेलन में भाग लिया था।
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved