वाशिंगटन। खालिस्तानी आतंकी (Khalistani terrorist) हरदीप सिंह निज्जर (Hardeep Singh Nijjar) की हत्या के बाद अमेरिका (America) में एक और खालिस्तान समर्थक को जान से मारने की कोशिश हुई है. सतिंदर पाल सिंह राजू (Satinder Pal Singh Raju) कैलिफोर्निया (California) में एक पिकअप से जा रहा था, तभी हथियार बंद कुछ लोगों ने उस पर गोलियां बरसा दीं. हालांकि, हमले में वह बाल-बाल बच गया. सतिंदर पाल सिंह राजू को हरदीप सिंह निज्जर का बेहद करीबी बताया जा रहा है. यह गुरपतवंत पन्नू के संगठन सिख फॉर जस्टिस से जुड़ा हुआ था और कुछ दिनों पहले खालिस्तान पर रिफरेंडम कराने में भी शामिल था।
गुरपतवंत पन्नू ने खुद इस हमले की जानकारी दी है. उसने बताया कि राजू एक घातक हमले में उस वक्त बच गया, जब वह ट्रक से जा रहा था. शूटरों ने इतनी गोलियां बरसाईं कि ट्रक छलनी हो गया. हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार , पिछले साल 18 जून को सरे में जब निज्जर की हत्या कर दी गई थी, तब सतिंदर पाल सिंह राजू अक्टूबर तक उस शहर में मौजूद था. उस दौरान राजू ने सरे में 2023 के जनमत संग्रह और इस साल 28 जुलाई को अल्बर्टा के कैलगरी में हुए जनमत संग्रह के आयोजन में अहम भूमिका निभाई थी।
पन्नू ने भारत सरकार पर सतिंदर पाल सिंह राजू पर अटैक करवाने का आरोप लगाया है. उसने कहा कि भारत सरकार खालिस्तान समर्थकों को कुचलना चाहती है, इसी मकसद से हमारे नेताओं का कत्ल किया जा रहा है. अभी तक अमेरिका की सरकार ने किसी की भी गिरफ्तारी नहीं की है और न ही घटना के पीछे की कोई वजह बताई है. इससे पहले 10 अगस्त को गुरु नानक सिख गुरुद्वारा के पूर्व अध्यक्ष रघबीर निज्जर के घर पर भी गोलीबारी की गई।
बता दें कि हरदीप निज्जर की हत्या से नई दिल्ली और ओटावा के बीच संबंध तनावपूर्ण हो गए हैं. तीन महीने बाद कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने वहां की संसद में कहा था कि निज्जर की हत्या भारतीय एजेंटों ने कराई है. हालांकि, भारत ने इस आरोप को खारिज कर दिया और बेतुका बताया था. इसी साल कनाडा की एजेंसियों ने निज्जर की हत्या में चार भारतीयों को गिरफ्तार किया है. हालांकि, उनका अब तक भारतीय एजेंटों के साथ कोई संबंंध होने का सबूत नहीं मिला है।
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