वॉशिंगटन। अमेरिका ने यूक्रेन की मदद के लिए एक बार फिर हाथ बढ़ाया है। बाइडन प्रशासन की ओर से युद्ध के लिए 400 मिलियन डॉलर की सैन्य मदद का एलान किया गया है। नए सैन्य सहायता पैकेज में टैंक और बख्तरबंद वाहनों को एक जगह से दूसरे जगह ले जाने के लिए जरूरी अस्थायी पुलों सहित गोला-बारूद शामिल है।
इससे पहले रूस और यूक्रेन के बीच छिड़ी जंग के एक साल पूरा होने से ठीक पहले 20 फरवरी को अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने कीव पहुंचकर सभी को चौंका दिया था। उन्होंने यूक्रेन पहुंचकर राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की से मुलाकात की थी। रूस ने यूक्रेन पर 24 फरवरी 2022 को हमला किया था। तब से यह पहली बार था, जब अमेरिकी राष्ट्रपति यूक्रेन पहुंचे थे। इस बीच यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की ने कहा था कि यह मुलाकात-बातचीत हमें जीत के और करीब लाएगी।
बाइडन के दौरे से पहले अमेरिका फिलहाल दूर से यूक्रेन को सैन्य मदद पहुंचाता रहा था। जो बाइडन ने कई मौकों पर एलान किया है कि वह यूक्रेन के साथ हर हाल में खड़े रहेंगे। इसके बाद यूक्रेन पहुंचकर बाइडन ने युद्धग्रस्त देश को और मदद देने का एलान किया था। अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा था कि वह यूक्रेन को और भी ज्यादा और नए हथियार मुहैया कराएंगे। उन्होंने यूक्रेन की रक्षा के लिए एयर सर्विलांस रडार देने का एलान किया था।
ब्लिंकन ने भी रूस को घेरा
इस बीच अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने कहा कि रूस को बेधड़क यूक्रेन पर हमला करने देना संभावित आक्रमणकारियों को भी ऐसी छूट देगा। ब्लिंकन ने भारत, जापान और ऑस्ट्रेलिया के विदेश मंत्रियों की मौजूदगी में ‘रायसीना डायलॉग’ के सत्र में परिचर्चा के दौरान यह बात कही। उन्होंने कहा कि रूस, यूक्रेन में जो कुछ कर रहा है, अगर हम उसे बे-रोकटोक होने देते हैं, तो यह संभावित आक्रमणकर्ताओं के लिए एक संदेश होगा कि वे भी ऐसा कर सकते हैं।’’
लावरोव से मुलकात के बाद आई टिप्पणी
ब्लिंकन की यह टिप्पणी दिल्ली में रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव से छोटी सी मुलाकात के एक दिन बाद आई है। पिछले साल फरवरी में शुरू हुए रूस-यूक्रेन युद्ध के बाद से दोनों विदेश मंत्रियों की यह पहली आमने-सामने की मुलाकात थी।
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