स्ट्रासबर्ग: यूरोपीय आयोग (European Commission) की अध्यक्ष (President) उर्सुला वोन डेर लेयेन (Ursula von der Leyen) को दूसरी बार पांच के लिए फिर से चुन लिया गया है। गुरुवार को यूरोपीय संसद में हुए मतदान में सांसदों ने उर्सुला वोन के नाम पर मुहर लगाई। मतदान से पहले जर्मनी की कंजरवेटिव नेता वोन डेर लेयेन (62) ने कहा, ‘मैं अपने समाज में ध्रुवीकरण को कभी भी स्वीकार्य नहीं होने दूंगी। मैं कभी भी तानाशाहों और चरमपंथियों को यूरोपीय जीवन शैली नष्ट करने नहीं दूंगी। और मैं आज यहां इस सदन में सभी लोकतांत्रिक ताकतों के साथ मिलकर इस जंग का नेतृत्व करने के लिए तैयार हूं।’
कई संकटों में किया यूरोपीय संघ का नेतृत्व
पिछले पांच साल में वॉन डेर लेयेन ने कई संकटों से निपटने में यूरोपीय संघ का नेतृत्व किया है, जिनमें ब्रिटेन का यूरोपीय संघ से बाहर निकलना, कोविड-19 महामारी और रूस का यूक्रेन पर आक्रमण शामिल हैं। उन्होंने 2050 तक यूरोपीय संघ को शून्य कार्बन उत्सर्जन क्षेत्र बनाने के उद्देश्य से ‘ग्रीन डील’ पर भी काम किया है।
यूरोपीय संसद में बढ़े दक्षिणपंथी
पिछले महीने 720 सदस्यीय यूरोपीय संसद के चुनाव में धुर दक्षिणपंथियों की संख्या बढ़ने से यूरोपीय आयोग के अध्यक्ष पद का चुनाव दिलचस्प हो गया था। यदि अधिकतर सांसद उनकी उम्मीदवारी को अस्वीकार कर देते, तो 27 देशों वाले यूरोपीय संघ को उनके स्थान पर कोई नया नेता ढूंढने में कठिनाई होती, क्योंकि यूरोप यूक्रेन युद्ध से लेकर जलवायु परिवर्तन तक विभिन्न संकटों से जूझ रहा है।
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