लखनऊ। बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की सुप्रीमो व पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने राज्य में यूरिया खाद की किल्लत का हवाला देते हुए इसकी कमी दूर करने और कालाबाजारी करने वालों पर कार्रवाई की मांग की है।
मायावती ने शनिवार को ट्वीट किया कि यूपी में लाखों किसान परिवार प्रदेश में यूरिया खाद की किल्लत से बहुत परेशान हैं। सरकार यूरिया की कमी को तुरन्त दूर करे व इसकी कालाबाजारी करने वालों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई करे ताकि दोहरी मार झेल रहे किसानों को इस वर्ष फिर बर्बाद होने से बचाया जा सके। बसपा की यह मांग है।
वहीं प्रदेश के कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही के मुताबिक प्रदेश में यूरिया उर्वरक की कहीं कोई कमी नहीं है। किसान अपनी जरूरत के अनुसार ही उर्वरकों का क्रय करें। उन्हे भण्डार करने की कोई आवश्यकता नहीं है। प्रदेश में उर्वरक की जमाखोरी एवं कालाबाजारी करने वाले विक्रेताओं के विरुद्ध सख्ती से कार्रवाई की जा रही है।
कृषि मंत्री ने बताया कि सहकारिता क्षेत्र में 2.00 लाख मी.टन यूरिया उर्वरक का स्टाक उपलब्ध है, जिन जनपदों में यूरिया उर्वरक की मांग बढ़ी हुयी है, वहां पर 50 प्रतिशत तक यूरिया जारी करते हुए साधन सहकारी समितियों पर भेजकर कृषकों को उपलब्ध कराये जाने के निर्देश दिये गये हैं। यह भी निर्णय किया गया है कि सहकारिता, यूपी स्टेट एग्रो, गन्ना संघ के अतिरिक्त अन्य संस्थाओं यथा उद्यान, एग्रीजंक्शन, आईएफएफडीसी एवं इफको ई-बाजार को भी इफको एवं कृभको की यूरिया उर्वरक उपलब्ध कराई जाए।
राज्य में 18 जोन में चलाये गये दो दिवसीय अभियान में आकस्मिक निरीक्षण की इस कार्यवाही में 247 उर्वरक विक्रेताओं को कारण बताओं नोटिस जारी किया गया, जबकि 158 विक्रेताओं के लाइसेंस निलम्बित एवं 15 विक्रेताओं के लाइसेंस निरस्त किये गये। 94 विक्रेताओं को चेतावनी जारी की गयी और 15 उर्वरक प्रतिष्ठानों पर बिक्री प्रतिबंधित करने के साथ ही 06 प्रतिष्ठान सील किये गये। वहीं 02 उर्वरक विक्रेताओं के विरुद्ध एफआईआर दर्ज करायी गयी, जबकि यूरिया के साथ टैगिंग करने के आरोप में 07 लोगों के विरुद्ध कार्रवाई की गयी है। (एजेंसी, हि.स.)
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