लखनऊ. यूपी के नए डीजीपी के रूप में मुकुल गोयल (UP New DGP) ने पदभार संभाल लिया है. इसी कड़ी में समाजवादी पार्टी के मुखिया और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने नए डीजीपी का बिना नाम लिए ट्वीट किया. शनिवार को अखिलेश ने कहा, “आशा है उप्र में पुलिस का नया नेतृत्व अपनी प्रतिबद्धता जनता के प्रति दिखाएगा और अब तक के भाजपा काल में पुलिस के द्वारा जिस प्रकार की नाइंसाफ़ी आम जनता तथा विपक्ष के खिलाफ झूठे मुकदमों के रूप में हुई है, उस प्रथा को खत्म करेगा. उन्होंने कहा कि पुलिस जनता के विश्वास का प्रतीक होनी चाहिए”.
इससे पहले शुक्रवार को नए डीजीपी मुकुल गोयल ने मीडिया से बातचीत में कहा कि पांच साल बाद लखनऊ आया हूं. आप सबका सपोर्ट चाहिए. पूरे पुलिस विभाग की मदद से कानून व्यवस्था को और सुदृढ़ बनाएंगे. क्राइम कंट्रोल किए बगैर जनता की मदद से संभव नहीं है. पुलिस को और संवेदनशील बनकर जनता के पास जाना होगा. कई बार छोटे अपराधों में संवेदनशील न होने के चलते मामला बड़ा हो जाता है. मैं चाहूंगा मेरे अफसर फील्ड में जाएं. कानून व्यवस्था को बनाए रखना चुनौती है लेकिन हम और मेरी टीम कर लेगी.
आशा है उप्र में पुलिस का नया नेतृत्व अपनी प्रतिबद्धता जनता के प्रति दिखाएगा और अब तक के भाजपा काल में पुलिस के द्वारा जिस प्रकार की नाइंसाफ़ी आम जनता तथा विपक्ष के ख़िलाफ़ झूठे मुक़दमों के रूप में हुई है, उस प्रथा को ख़त्म करेगा।
पुलिस जनता के विश्वास का प्रतीक होनी चाहिए।
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) July 3, 2021
टेक्नोलॉजी का उपयोग हम पुलिसिंग के लिए करेंगे. डीजीपी मुकुल गोयल ने कहा कि बिकरू कांड कुछ छोटी गलतियों की वज़ह से हुआ था. सबको सुरक्षा का एहसास दिलाना ही पुलिस की प्राथमिकता और हमें इस पर खरा उतरना होगा. बिकरू कांड पर नए डीजीपी मुकुल गोयल ने कहा कि मामले को अगर ठीक से हैंडल किया गया होता तो शायद इतनी बड़ी घटना को होने से रोका जा सकता था. वहीं अवैध धर्मांतरण पर उन्होंन कहा कि मामले से जुड़ी सभी जानकारियां वह ले रहे हैं. जो भी इस मामले में दोषी होगा उसे छोड़ा नहीं जाएगा. इससे पहले मुकुल गोयल एयरपोर्ट से सीधे अपनी पत्नी के साथ हनुमान सेतु मंदिर पहुंचे, जहां उन्होंने पूजा अर्चना की.
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