कोलकाता। पश्चिम बंगाल के बीरभूम जिले में स्थित शांति निकेतन की विश्वभारती यूनिवर्सिटी में बवाल चल रहा है। एक मेला ग्राउंड के समीप दीवार निर्माण का स्थानीय लोग विरोध कर रहे हैं। प्रदर्शनकारियों ने कई ऐतिहासिक ढांचे तोड़ दिए जबकि निर्माण स्थल पर ईंट और सीमेंट को उठाकर फेंक दिया गया।
असल में विश्वभारती यूनिवर्सिटी प्रशासन ने पिछले सप्ताह एक दीवार का निर्माण शुरू कराया था जिसका स्थानीय लोग विरोध कर रहे हैं। इस दीवार का निर्माण एक मेला ग्राउंड के समीप कराया जा रहा है, जिसके विरोध में स्थानीय लोगों ने यूनिवर्सिटी कैम्पस में प्रदर्शन किया। यहां तक कि प्रदर्शनकारियों ने कई ऐतिहासिक ढांचों को तोड़ दिया।
यूनिवर्सिटी परिसर में 3000 से अधिक स्थानीय लोग इकट्ठे हो गए, जिन्होंने कई ऐतिहासिक ढांचें को तोड़ दिया। दीवार के निर्माण के लिए रखे ईंट और सीमेंट को उठाकर फेंक दिया। इस दीवार का निर्माण यूनिवर्सिटी परिसर में बाहर से आने वाले लोगों को रोकने के लिए किया जा रहा है। प्रदर्शनकारियों ने पास में खड़ी जेसीबी मशीन को भी नुकसान पहुंचाया है। अभी तक जितनी दीवार बनकर तैयार हुई थी, उसे स्थानीय लोगों ने तोड़ दिया है। साथ ही उस इलाके में जितने ढांचे थे, सबको प्रदर्शनकारियों ने तोड़ फोड़ दिया है।
शांति निकेतन में करीब 100 बीघा के करीब जमीन खुली हुई थी, जहां किसी प्रकार की रोक टोक नहीं थी। इस ग्राउंड पर मेला लगता था। जिस ग्राउड पर पौष मेला लगता है उसके आसपास परिसर के निर्माण के लिए 61 लाख रुपये मंजूर किए गए हैं। यहां हर साल पौष मेला लगता है। स्थानीय लोग ग्राउंड का इस्तेमाल सुबह की सैर के लिए करते हैं। यहां तक कि रोक के बावजूद हर रोज शाम 5 बजे के बाद लोग चहलकदमी करते रहते हैं, जिस दिन दीवार निर्माण का काम शुरू किया गया उस दिन यूनिवर्सिटी के कुलपति बिद्युत चक्रवर्ती भी मौजूद थे।
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