नई दिल्ली (New Delhi)। नूंह हिंसा के दौरान चर्चा में आए बिट्टू बजरंगी ()Bittu Bajrangi के भाई महेश पांचाल की मौत (death of mahesh panchal) से नाराज उनके समर्थकों ने मंगलवार दोपहर बल्लभगढ़-सोहना रोड को जाम कर दिया। उन्होंने रोड पर करीब एक घंटे तक हंगामा किया। जाम की वजह से सोहना, बल्लभगढ़, नंगला, चाचा चौक, जवाहर कॉलोनी, डबुआ मंडी, गुरुग्राम आदि की ओर जाने वाले लोगों की दिक्कतें बढ़ गई। जाम लगा रहे लोग महेश की हत्यारोपियों की जल्द गिरफ्तारी और पीड़ित परिवार को एक करोड़ रुपये की आर्थिक मदद और हथियार रखने के लिए लाइसेंस देने की मांग की।
मौके पर पहुंचे पुलिस-प्रशासन के अधिकारियों ने पीड़ित परिवार को जब आश्वासन दिया तब जाकर लोग रोड से हटे और यातायात सुचारु हो पाया। इसके कुछ देर बाद पुलिस-प्रशासन की कड़ी सुरक्षा के बीच परिजनों ने महेश के शव का अंतिम संस्कार किया। घर में लोगों की भीड़ लगने पर पुलिस अलर्ट महेश पांचाल का शव अस्पताल से जब संजय एन्क्लेव स्थित घर पहुंचा तो लोग एकत्रित होने शुरू हो गए थे। इस पर पुलिस अलर्ट हो गई, टीम ने तुरंत आसपास की दुकानों को बंद करवा दिया।
आश्वासन के बाद अंत्येष्टि की एसीपी और एसडीएम त्रिलोक चंद ने बिट्टू को आश्वासन दिया है कि पुलिस उसकी पूरी सुरक्षा करेगी। 48 घंटे के अंदर आरोपियों को गिरफ्तार करने का दावा भी किया। भरोसा दिया कि मुआवजे और नौकरी की मांग को जिला उपायुक्त के माध्यम से सरकार तक पहुंचाई जाएगी। आश्वासन के बाद महेश के शव का अंतिम संस्कार किया गया।
एसीपी और एसडीएम पहुंचे तो नारेबाजी की
इस बीच जब एसीपी एनआईटी और एसडीएम त्रिलोक चंद बिट्टू के घर पहुंचे तो लोगों ने उनका जमकर विरोध किया। सभी पुलिस कमिश्नर, जिला उपायुक्त के अलावा कृष्णपाल गुर्जर या मूलचंद शर्मा में से किसी एक मंत्री को मौके पर पहुंचकर आश्वासन देने की मांग करते रहे। साथ ही उनके आश्वासन के बाद ही महेश के शव का अंतिम संस्कार करने की बीत कहीं। इस दौरान नाराज लोग पुलिस पर लापरवाही का भी आरोप लगाते रहे। उनका कहना था कि पुलिस मामले की जांच में लापरवाही बरती है। मामले के लगभग एक महीना बीतने के बावजूद अभी तक आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं की है। यहां तक की पुलिस आरोपियों की पहचान करने से भी इनकार करती रही, जबकि मृतक ने अपने बयान में और दर्ज मुकदमे में आरोपी का नाम बताया है।
महेश पर छिड़का था ज्वलनशील पदार्थ
गौरतलब है कि पिछले साल 13-14 दिसंबर की रात को चाचा चौक के पास स्थित बाबा फल एवं सब्जी मंडी में बिट्टू बजरंगी के भाई महेश पांचाल को कुछ शरारती तत्वों ने ज्वलनशील पदार्थ डालकर जलाने का प्रयास किया था। हमले के दौरान महेश ने नाले में कूदकर अपनी जान बचाई और किसी तरह अपने घर पहुंचा। इसके बाद उसे बीके अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां से उसे दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल रेफर किया गया, लेकिन परिजन उसे शहर के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराकर कुछ दिनों तक इलाज कराया। स्थिति गंभीर होने के बाद उसे दिल्ली के एम्स अस्पताल ले जाया गया। जहां सोमवार रात उसकी मौत हो गई।
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