जबलपुर। नगर निगम जबलपुर अतिक्रमण दल प्रभारी (encroachment team in charge) की अचानक हुई मौत पर गुरुवार को बवाल हो गया है। निगम कर्मचारियों (corporation employees) ने इस मौत को सामान्य मानने से इंकार करते हुए साफ-साफ कह दिया है कि अधिकारी कर्मियों को प्रताड़ित करने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं। इसी प्रताड़ना को मुकेश सहन नहीं कर पाए और हार्ट अटैक आने से उनकी मौत हो गई।
कर्मचारी संगठनों का कहना है कि काम के अनावश्यक दबाव के चलते कई अन्य कर्मचारी भी तनाव (stress) में हैं और बीमारियों का शिकार हो रहे हैं। मुकेश का शव नगर निगम परिसर में रखकर विरोध प्रदर्शन की तैयारी भी चल रही है। कर्मचारियों के आक्रोश को देखते हुए निगम मुख्यालय में पुलिस बल तैनात किया गया है।
सूत्रों ने बताया कि मुकेश पारस मूलत सफाई संरक्षक (cleaning agent) थे लेकिन पिछले कई सालों से अतिक्रमण दस्ता में सेवाएं दे रहे थे। पिछले दिनों एक मामले में उनके खिलाफ जांच बैठी और फिर उन्हें मूल पद सफाई संरक्षक पर भेजने की कवायद भी शुरू कर दी गई थी। जिससे वे तनाव में थे, संभवत इसी तनाव को सहन न कर पाने के कारण बीती रात ह्दय गति रूकने से मौत हो गई।
नगर निगम कर्मियों ने बताया कि प्रशासन ने कल बुधवार को मुकेश की सेवा समाप्ति का नोटिस दिया था। जिसके बाद वह टेंशन में आ गया और गुप्तेश्वर स्थित निवासी अपने साले के घर चला गया। जहां अचानक देर रात उसकी तबियत बिगड़ी, परिजन आनन-फानन में उन्हें अस्पताल ले गए और बीच रास्ते में उनके मुंह से खून आया, मेडिकल पहुंचने के बाद चिकित्सकों ने परीक्षण के उपरांत उन्हें मृत घोषित कर दिया। नगर निगम परिसर में मुकेश की आत्महत्या की भी चर्चा है।
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