कानपुर: उत्तर प्रदेश के कानपुर में एक दिव्यांग को पुलिसकर्मी द्वारा घूस मांगने की शिकायत करना भारी पड़ गया. पीड़ित दिव्यांग का आरोप है कि उसने एसीपी बाबू पुरवा के पेशकार को घूस लेते विजिलेंस टीम से गिरफ्तार करवाया था, जिसके बाद से उसके खिलाफ साजिश रची जा रही है. दिव्यांग रिंकू ने कहा कि उसके परिवार के खिलाफ किदवई नगर थाने में हत्या का मामला दर्ज कराया गया है. वहीं हत्या का मामले में रिंकू की मां और उसके भाई को जेल भेज दिया गया है.
मामला कानपुर के जूही लाल कॉलोनी के अंबेडकर नगर है. रिंकू नाम के दिव्यांग ने एसीपी बाबू पुरवा के पेशकार को घूस लेते हुए गिरफ्तार करवाया था. रिंकू कहना है कि अब पुलिस का कहर उससे परिवार पर टूटा है. घूस मांगे जाने पर पेशकार को विजिलेंस टीम से गिरफ्तार करवा दिया था जिसके बाद से खुन्नस के तहत कार्रवाई की जा रही है. किदवई नगर थाने में दर्ज रिंकू के परिवार पर हत्या के प्रयास मुकदमे में उसकी 65 वर्षीय मां और भाई को जेल भेज दिया गया है. पूरे मामले पर किदवई नगर पुलिस वह एसीपी बाबू पुरवा पर आरोप लगाते हुए रिंकू ने कहा कि पुलिस ने यह कार्रवाई पेशकार की गिरफ्तारी के बाद साजिश तहत रची है.
वहीं पूरे मामले में वर्तमान एसीपी बाबू पुरवा अंजलि विश्वकर्मा ने कहा कि दोनों पक्षों में आए दिन मारपीट हुआ करती है. इसी वजह से मामले में एफआईआर दर्ज करके उनके ऊपर कारवाई की गई है. उनका कहना था कि भले ही मुकदमे का वादी दिव्यांग है लेकिन उसके परिवार की भी बराबर की गलती है. वहीं पूरे मामले में दिव्यांग रिंकू का कहना है कि उसने पर्याप्त सबूत पुलिस को दे दिए हैं लेकिन पुलिस उनके खिलाफ ही कार्रवाई कर रही है. रिंकू ने कहा कि पेशकार द्वारा घूस मांगे जाने की विजिलेंस में शिकायत करना उसको भारी पड़ गया है.
रिंकू ने कहा कि पेशकार शाहनवाज खान को विजिलेंस द्वारा गिरफ्तार करवा दिए जाने के बाद पुलिस कमिश्नर ने वर्तमान एसीपी अमरनाथ यादव को हटा दिया था. इसी बात से पुलिस उनके परिवार से खुन्नस खाए है. रिंकू ने आरोप लगाया कि पुलिस ने दूसरे पक्ष से तालमेल करके उसके परिवार के खिलाफ हत्या के अपराध का मुकदमा दर्ज करके कार्रवाई की है. रिंकू का आरोप है कि उसके पास पर्याप्त सबूत होने के बाद भी पुलिस ने उनकी नहीं सुनी. रिंकू ने अपने परिवार के साथ हुई मारपीट का सीसीटीवी भी पुलिस को दिखाया, लेकिन पुलिस ने उसकी 65 वर्षी मां और भाई को जेल भेज दिया.
रिंकू ने स्पष्ट कहा कि पुलिस कमिश्नर एसीपी ऑफिस के पेशकार शाहनवाज की गिरफ्तारी के बाद वहां के एसीपी की भी मिली भगत होने की बात मानकर एसीपी अमरनाथ यादव को क्राइम ब्रांच ट्रांसफर कर दिया था. जानकारी के मुताबिक रिंकू ने 9 सितंबर को विजिलेंस से एसीपी बाबू पुरवा के पेशकार शाहनवाज द्वारा घूस मांगे जाने की शिकायत की थी, जिस पर विजिलेंस टीम ने 10 सितंबर को पेशकार को रंगे हाथों अरेस्ट किया था. जिसकी जांच की आंच अमरनाथ यादव एसीपी तक गई थी. परिवार पर अब यह कार्रवाई होने से परेशान रिंकू ने कानपुर पुलिस कमिश्नर से मुलाकात करके शिकायत की है.
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