नई दिल्ली. 14 जुलाई को लखनऊ में बीजेपी (BJP) की कार्यसमिति की बैठक के बाद उत्तर प्रदेश (UP) में राजनीतिक हलचल काफी तेज है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Chief Minister Yogi Adityanath) को डिप्टी सीएम केशवप्रसाद मौर्य (Deputy CM Keshav Prasad Maurya) और ब्रजेश पाठक (brijesh pathak) ने जैसे खुला चैलेंज (open challenge) दे दिया है. इसे बगावत की संज्ञा देना इसलिए ठीक नहीं है क्योंकि ये लोग पार्टी से बगावत नहीं कर रहे हैं और न ही मुख्यमंत्री के खिलाफ बयानबाजी कर रहे हैं. केवल मुख्यमंत्री को अपनी ताकत का अहसास करा रहे हैं. केशव प्रसाद मौर्य 10 दिन में करीब 43 विधायक, दो एमएलसी और करीब 10 मंत्रियों के साथ अपनी फोटो सोशल मीडिया पर शेयर कर चुके हैं. यह खुला चैलेंज नहीं तो और क्या हो सकता है?
लोकसभा चुनाव हारने के बाद से ही उत्तर प्रदेश बीजेपी में सब कुछ ठीक नहीं चल रहा था. चुनाव परिणाम आने के बाद जब योगी आदित्यनाथ ने अपनी पहली कैबिनेट बैठक बुलाई तब दोनों डिप्टी सीएम गायब रहे. पर बीजेपी कार्यसमिति की बैठक में तो जैसे मौर्य ने बिगुल ही फूंक दिया. मामला दिल्ली तक पहुंचा. बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा और पीएम नरेंद्र मोदी के दरबार तक बात पहुंची, पर प्रदेश के दोनों डिप्टी सीएम के व्यवहार में कोई बदलाव देखने को नहीं मिला. दिल्ली के दखल के बाद भी दोनों डिप्टी सीएम कोई मौका ऐसा नहीं छोड़ रहे, जिससे योगी आदित्यनाथ के सम्मान को ठेस न लगे.
10 दिनों में करीब 43 विधायक और 10 मंत्री पहुंचे केशव के कैंप कार्यालय
केशव प्रसाद मौर्य के कैंप कार्यालय में 14 तारीख के बाद अब तक करीब 43 विधायक, दो एमएलसी और 10 मंत्री मिलने आ चुके हैं. इनमें से 3 तो केंद्रीय मंत्री है्. इसके अलावा उनसे मिलने वालों में कई दर्जन प्रदेश के सांसद, पूर्व सांसद और पूर्व विधायक भी हैं. प्रदेश स्तर और जिला स्तर के संगठन के लोग भी उनसे लगातार मिल रहे हैं. सबसे बड़ी बात यह है कि यह काम चोरी छुपे नहीं हो रहा है. ऐसी परिस्थितियों में जब दो कद्दावर लोगों में पावर स्ट्रगल चल रहा होता है विधायक और मंत्री खुलकर किसी भी गुट के साथ नहीं जाते हैं. पर केशव प्रसाद मौर्य के कैंप कार्यालय में हर रोज फोटो सेशन चल रहा है. मतलब सीधा है है कि मौर्य यह दिखाने की कोशिश कर रहे हैं कि उनके साथ पार्टी के कितने लोग हैं. उनका यह शक्ति प्रदर्शन केंद्र के लिए है, योगी आदित्यनाथ के लिए या दोनों के लिए है यह ज्यादा बेहतर वही बता सकते हैं. नीचे उन विधायकों के नाम दिए गए हैं जिनके साथ केशव प्रसाद मौर्य ने अपनी फोटो अपने एक्स हैंडल पर डाली है. कोई जरूरी नहीं है कि ये विधायक केशव प्रसाद मौर्य के साथ हों, ये भी हो सकता है कि ये विधायक गण मौका पड़ने पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ हो जाएं. ये भी हो सकता है कि जिस तरह ये लोग केशव प्रसाद मौर्य से मिलने उनके कैंप कार्यालय गए हैं , सीएम योगी से मिलने उनके ऑफिस में भी गए हों. पर राजनीति प्रतीकों का खेल है. केशव प्रसाद यही कर रहे हैं . देखना है उन्हें कितनी सफलता मिलती है.
केशव मौर्या के कैंप कार्यालय में पहुंचे विधायक गण. 14 जुलाई से हर रोज यहां विधायक-मंत्री और संगठन के लोग पहुंच रहे हैं. 14 जुलाई से 24 जुलाई तक केशव प्रसाद मौर्य के कैंप कार्यालय पहुंचे उन माननीयों के नाम जिनके साथ फोटो क्लिक करके डिप्टी सीएम ने सोशल मीडिया पर डाला है:
विधायक-
1- महेश चंद्र गुप्ता, 2-अजय सिंह, 3-अनिल कुमार मौर्य, 4-कृष्णा पासवान, 5-आकाश सक्सेना, 6- राजीव तरारा, 7-सुरेश पासी, 8-महेंद्र सिंह खड़गवंशी, 9-मनीष रावत, 10-आशुतोष मौर्य, 11-सुरेंद्र चौधरी, 12-उमेश द्विवेदी, 13-गौरी शंकर वर्मा, 14-भगवान सिंह कुशवाहा, 15-देवेंद्र प्रताप सिंह, 16-कैलाश सिंह राजपूत, 17-पवन सिंह चौहान, 18-रामचंद्र यादव, 19-अशोक कुमार, 20-डीसी वर्मा, 21-पी0 एन0 पाठक, 22-सुशील कुमार शाक्य, 23-अमित सिंह चौहान, 24-मूलचंद्र निरंजन, 25-लक्ष्मी राज सिंह, 26-सुरेंद्र चौरसिया, 27-शलभ मणि त्रिपाठी, 28-सभा कुंवर कुशवाहा, 29-दीपक कुमार मिश्रा, 30-अश्वनी त्यागी, 31-पूनम शंखवार, 32-लालजी प्रसाद निर्मल, 33-विकास गुप्ता, 34-सुभाष त्रिपाठी, 35-पियूष रंजन निषाद, 36-सीताराम वर्मा, 37-रामकृष्ण भार्गव, 38-अजय सिंह, 39-ओममणी वर्मा, 40-सुरेन्द्र कुशवाहा, 41-गणेश सिंह चौहान, 42-मुकेश चौधरी, 43-सुरेंद्र मैथानी, 44-बहोरन लाल मौर्य (विधान परिषद सदस्य) 45-हंसराज विश्वकर्मा जी (विधान परिषद सदस्य)
मंत्रिगण-
1-कैबिनेट मंत्री डॉ. संजय निषाद, 2-राज्य मंत्री नरेंद्र कश्यप, 3-कैबिनेट मंत्री दारा सिंह चौहान, 4-कैबिनेट मंत्री ओम प्रकाश राजभर, 5-सूर्य प्रताप शाही, 6- राज्य मंत्री विजयलक्ष्मी गौतम, 7- मनोहर लाल “मन्नू कोरी”, 8-राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) नरेंद्र कुमार कश्यप, 9-केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री श्री पंकज चौधरी जी ( केंद्रीय मंत्री), 10-केंद्रीय राज्य मंत्री श्री कमलेश पासवान जी (केंद्रीय मंत्री)
सांसद-
1- कंवर सिंह तंवर, 2- नवीन जैन, 3- जगदम्बिका पाल
प्रदेश में हो रहे कार्यों के लिए योगी को नहीं टैग करते हैं केशव और पाठक
केशव प्रसाद मौर्य एक्स पर उत्तर प्रदेश शासन संबंधी कार्यों, विकास कार्यों आदि की फोटो और जानकारी शेयर करते हैं तो उत्तर प्रदेश सरकार, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री को टैग नहीं करते हैं. इस मामले में प्रदेश के दोनों डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य और ब्रजेश पाठक दोनों ही एक चाल चल रहे हैं. अपने मंत्रिमंडल से संबंधित एक्शन के लिए भी ये दोनों पीएम मोदी , बीजेपी, आदि को तो टैग करते हैं पर सीएम योगी आदित्यनाथ या यूपी गवर्नमेंट को पूरी तरह अवॉयड करते हैं. इसके साथ ही दोनों डिप्टी सीएम पीएम नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह , जेपी नड्डा के ट्वीट को लगातार रिट्वीट करते हैं पर योगी आदित्यनाथ के ट्वीट को कभी भूलकर भी रिट्वीट नहीं करते हैं. चाहे वो उत्तर प्रदेश शासन से संबंधित ही कोई विषय क्यों न हो.
दूसरे डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक भी केशव प्रसाद मौर्य की राह पर चलते हुए अपने किसी भी ट्वीट में चाहे उत्तर प्रदेश से संबंधित हो या न हो मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को टैग नहीं करते. इससे साफ पता चलता है कि सीएम योगी आदित्यनाथ के साथ दोनों डिप्टी सीएम के रिश्ते मधुर नहीं है.
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