लखनऊ। उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) में अगले साल होने वाले विधान सभा चुनाव (UP Eleciton 2022) के लिए कांग्रेस ने कमर कस ली है, और इसके लिए पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी (Priyanka Gandhi) ने मोर्चा अपने हाथ में लिया है। यूपी चुनाव (UP Elections)में महिलाओं को 40 प्रतिशत टिकट देने का ऐलान कर चुकीं प्रियंका गांधी ने एक और बड़ा दांव चला है, और आशा व आंगनबाड़ी वर्कर्स (Asha and Anganwadi Workers) के लिए बड़ी घोषणा की है। प्रियंका गांधी (Priyanka Gandhi) ने ट्विटर पर एक वीडियो शेयर किया और दावा किया कि शाहजहांपुर में अपनी मांग को लेकर सीएम से मिलने जा रही आशा कार्यकर्ताओं को पुलिस ने पीटा। वीडियो शेयर करते हुए प्रियंका गांधी ने लिखा, ‘उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा आशा बहनों पर किया गया एक-एक वार उनके द्वारा किए गए कार्यों का अपमान है। मेरी आशा बहनों ने कोरोना में और अन्य मौकों पर पूरी लगन से अपनी सेवाएं दीं। मानदेय उनका हक है। उनकी बात सुनना सरकार का कर्तव्य. आशा बहनें सम्मान की हकदार हैं, और मैं इस लड़ाई में उनके साथ हूं।’ उन्होंने आगे लिखा, ‘कांग्रेस पार्टी आशा बहनों के मानदेय के हक और उनके सम्मान के प्रति प्रतिबद्ध है और सरकार बनने पर आशा बहनों एवं आंगनबाड़ी कर्मियों को 10,000 रु प्रतिमाह का मानदेय देगी।’
इससे पहले कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी (Priyanka Gandhi) ने बताया था कि कांग्रेस ने महिलाओं के लिए एक अलग घोषणा पत्र (Congress Manifesto for UP Election) तैयार किया है. कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी (Priyanka Gandhi) ने कहा था, ‘उत्तर प्रदेश की मेरी प्रिय बहनों, आपका हर दिन संघर्षों से भरा है. कांग्रेस पार्टी ने उसको समझते हुए आपके लिए अलग से एक महिला घोषणा पत्र तैयार किया है. कांग्रेस पार्टी की सरकार बनने पर सालाना भरे हुए 3 सिलेंडर मुफ्त दिए जाएंगे। प्रदेश की सरकारी बसों में महिलाओं के लिए यात्रा मुफ्त होगी.’ प्रियंका गांधी ने कहा था कि आशा और आंगनबाड़ी की मेरी बहनों को प्रतिमाह 10 हजार रुपये का मानदेय मिलेगा। नए सरकारी पदों पर आरक्षण के प्रावधानों के अनुसार 40 प्रतिशत पदों पर महिलाओं की नियुक्ति की जाएगी। वृद्धा-विधवा पेंशन 1000 रुपये प्रति माह दिया जाएगा। उत्तर प्रदेश की धरती की वीरांगनाओं के नाम पर प्रदेशभर में 75 दक्षता विद्यालय खोले जाएंगे। इसके साथ ही प्रियंका गांधी ने बताया कि कांग्रेस पार्टी 40 प्रतिशत टिकट महिलाओं को देगी। छात्राओं को स्मार्ट फोन और स्कूटी देगी।
उप्र सरकार द्वारा आशा बहनों पर किया गया एक-एक वार उनके द्वारा किए गए कार्यों का अपमान है।
मेरी आशा बहनों ने कोरोना में व अन्य मौकों पर पूरी लगन से अपनी सेवाएं दीं। मानदेय उनका हक है। उनकी बात सुनना सरकार का कर्तव्य।
आशा बहनें सम्मान की हकदार हैं और मैं इस लड़ाई में उनके साथ हूं। pic.twitter.com/fTmBSvJbQD— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) November 10, 2021
2017 में हुए विधान सभा चुनाव में कांग्रेस और समाजवादी पार्टी ने साथ मिलकर चुनाव लड़ा था। समाजवादी पार्टी ने कांग्रेस से समझौता कर 311 सीटों पर चुनाव लड़ा था, जबकि सहयोगी कांग्रेस ने 114 सीटों पर किस्मत आजमाया था। चुनाव में सपा को केवल 47 सीटें ही मिलीं और उसको 21.82 फीसदी वोट मिले थे. वहीं कांग्रेस केवल 7 सीटें ही जीत पाई थी और उसे 6.25 फीसद वोट मिले थे. साल 2017 में बीजेपी ने 384 सीटों पर चुनाव लड़ा था और उसे 39.67 फीसदी वोट मिले थे। बीजेपी ने 312 सीटों पर जीत दर्ज कर प्रचंड बहुमत हासिल किया था। वहीं बहुजन समाज पार्टी (BSP) ने 403 सीटों पर चुनाव लड़ा था, लेकिन उसे केवल 19 सीटें और 22.23 फीसदी वोट मिले थे।
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