नई दिल्ली (New Delhi)। उत्तरप्रदेश पुलिस भर्ती परीक्षा (Uttar Pradesh Police Recruitment Exam)पेपर लीक मामले (paper leak case)में यूपी एसटीएफ ने चार्जशीट दाखिल(STF filed chargesheet) कर दी है। एसटीएफ की मेरठ यूनिट(Meerut Unit of STF) ने मास्टरमाइंड रवि अत्री (mastermind ravi atri)समेत 18 आरोपियों (18 accused)के खिलाफ 900 पेज की चार्जशीट दाखिल की है। एसटीएफ की चार्जशीट में रवि अत्री और राजीव नयन मिश्रा के साथ लॉजिस्टिक्स कंपनी टीसीआई एक्सप्रेस के कर्मचारी शिवम गिरी, रोहित पांडे, अभिषेक शुक्ला के साथ दिल्ली पुलिस के सिपाही विक्रम पहल का भी नाम शामिल है।
सिपाही विक्रम पहल ने ही गुड़गांव मानेसर के नेचर वेली रिसॉर्ट में अभ्यर्थियों को एक साथ रुकवा कर पेपर बेचा था। इस मामले में मेरठ के कंकर खेड़ा थाने में यूपी एसटीएफ ने एफआईआर दर्ज करवाई थी। चार्जशीट में शामिल रवि अत्री और राजीव नयन मिश्रा का नाम उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग के समीक्षा अधिकारी और सहायक समीक्षा अधिकारी पेपर लीक मामले में भी सामने आया है।
एसटीएफ RO /ARO पेपर लीक मामले की अलग से जांच कर रह है। Ro/Aro पेपर लीक मामले में उत्तर प्रदेश पुलिस का बर्खास्त सिपाही अरुण सिंह मास्टरमाइंड निकला था।
बता दें कि यूपी की स्पेशल टास्क फोर्स की रिपोर्ट के बाद सिपाही भर्ती परीक्षा कराने वाले कंपनी एजुटेस्ट को ब्लैक लिस्ट कर दिया गया था। यूपीएसटीएफ की जांच के लिए मेरठ यूनिट ने विनीत आर्य को चार बार नोटिस भेजा था, लेकिन वह एक बार भी नहीं आए।
एजुटेस्ट के मालिक विनीत आर्य देश छोड़कर गायब
सिपाही भर्ती परीक्षा करने की जिम्मेदारी Edutest को दी गई थी। इसी कंपनी ने ही सिपाही भर्ती परीक्षा का पेपर पहुंचाने के लिए नोएडा की लॉजिस्टिक्स कंपनी को ठेका दिया था। एजुटेस्ट के लोगों ने ट्रांसपोर्ट कंपनी के वेयरहाउस का मुआयना किया था, वेयरहाउस में रखें बॉक्स से ही राजीव नयन मिश्रा के कहने पर शुभम मंडल को बुलाया और भर्ती का पेपर निकलवाया था।
एसटीएफ की जांच में यह बात सामने आने के बाद एजुटेस्ट के मालिक विनीत आर्य को चार बार नोटिस भेजकर बुलाया गया, लेकिन वह एक बार भी पूछताछ के लिए नहीं आए। एसटीएफ की जांच शुरू होते ही विनीत आर्य अमेरीका चला गया था और अभी तक वापस नहीं लौटा है।
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