कासगंज । उत्तर प्रदेश के कासगंज में रविवार तड़के यूपी पुलिस और कासगंज कांड के मुख्य आरोपी मोती के बीच मुठभेड़ (UP Police Encounter With Moti in Kasganj) हो गई. इस एनकाउंटर में बदमाश मोती मारा (Moti Killed In UP Police Encounter) गया. मुठभेड़ के दौरान बदमाश मोती को गोली लग गई.
मारा गया कासगंज हत्याकांड का मुख्य आरोपी
बता दें कि एनकाउंटर (UP Police Encounter in Kasganj) के दौरान दोनों तरफ से कई राउंड फायरिंग हुई. मुठभेड़ में बदमाश मोती को गोली लग गई, जिसके बाद उसे इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया, लेकिन वहां उसकी मौत हो गई. अस्पताल में डॉक्टरों ने बदमाश मोती को मृत घोषित कर दिया.
कासगंज एसपी मनोज कुमार सोनकर ने बताया कि पुलिस ने बदमाश मोती के पास से दारोगा से लूटी हुई सरकारी पिस्टल, खोखा, जिंदा कारतूस और 315 बोर का एक तमंचा बरामद किया है. मोती की डेडबॉडी को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है.
कैसे शुरू हुआ एनकाउंटर
एसपी ने कहा कि 1 लाख रुपये के इनामी बदमाश मोती को अरेस्ट करने के लिए पुलिस की 6 टीमें गठित की गई थीं. बीती रात मुखबिर से सूचना मिली कि मोती अपने साथियों के साथ करथला रोड, काली नदी के पास जंगल में छुपा है. पुलिस टीम ने तड़के ढाई से तीन बजे के बीच घेराबंदी की तो बदमाशों ने फायरिंग शुरू कर दी.
कासगंज एसपी ने बताया कि पुलिस टीम ने जवाबी फायरिंग की जिसमें बदमाश मोती को गोली लगी और वह घायल हो गया. वहीं एक बदमाश अंधेरे का फायदा उठाकर फरार हो गया.
उन्होंने आगे कहा कि घायल बदमाश मोती को इलाज के लिए सिढ़पुरा के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में ले जाया गया, जहां से उसे जिला अस्पताल कासगंज रेफर कर दिया गया. जिला अस्पताल में डॉक्टरों ने मोती को इलाज के दौरान मृत घोषित कर दिया.
बता दें कि शराब माफियाओं ने कासगंज में पुलिस टीम पर हमला करके सिपाही देवेंद्र को पीट-पीटकर मार दिया था. जिसके बाद पुलिस ने बदमाश मोती पर 1 लाख रुपये का इनाम रखा था.
कासगंज हत्याकांड क्या है
पुलिस के मुताबिक, बीते 9 फरवरी को कासगंज के थाना सिढ़पुरा पर तैनात दारोगा अशोक कुमार और सिपाही देवेंद्र सिंह आरोपी की तलाश के लिए इलाके में गए थे, तभी मुखबिर ने सूचना दी कि नगला धीमर कटरी गांव में कुछ लोग अवैध भट्टी चलाकर कच्ची शराब का बना रहे हैं. इसके बाद दोनों पुलिसकर्मियों ने दबिश दी तो बदमाश मोती और उसके साथियों ने पुलिसकर्मियों पर हमला कर दिया.
इस हमले में दारोगा अशोक कुमार गंभीर रूप से घायल हो गए और सिपाही देवेंद्र की मौत हो गई थी. बदमाश दारोगा अशोक कुमार की सरकारी पिस्टल और कारतूस भी लूट कर ले गए थे.
इस वारदात के बाद पुलिस स्टेशन सिढ़पुरा में संबंधित धाराओं में मोती, एलकार और 5-6 अज्ञात बदमाशों के खिलाफ केस दर्ज किया गया. फिर अपर पुलिस महानिदेशक आगरा जोन ने मुख्य आरोपी मोती पर एक लाख रुपये का इनाम घोषित किया गया. इससे पहले 9 फरवरी की रात को ही पुलिस ने मोती के भाई एलकार को मुठभेड़ में मार गिराया था.
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