प्रयागराज (Prayagraj)। यूपी (UP) का माफिया अतीक अहमद एवं उसके भाई मोहम्मद अशरफ (Ateeq Ahmed and his brother Mohammad Ashraf) की शनिवार देर रात तीन अज्ञात बदमाशों ने गोली मारकर मौत के घाट उतार दिया। जिसके बाद अब राजनीति भी शुरू हो गई है।
जानकारी के लिए बता दें कि अतीक अहमद एवं अशरफ की तबीयत अस्वस्थ चल रही थी। दोनों को पुलिस सुरक्षा के साथ काल्विन अस्पताल मेडिकल के लिए लाये थे। अचानक अज्ञात बदमाशों ने अतीक की कनपटी पर सटाकर गोली मार दी। फिलहाल पुलिस ने तीनों बदमाशों को गिरफ्तार कर लिया है। फायरिंग के दौरान एक पुलिस कर्मी भी घायल हुआ है।
ओवैसी ने कहा कि पूरी जिम्मेदारी योगी आदित्यनाथ की
एआईएमआईएम के मुखिया असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि पूरी जिम्मेदारी योगी आदित्यनाथ की है। ओवैसी ने कहा कि शनिवार का मर्डर केस योगी आदित्यनाथ सरकार की नाकामी है और उन्हें इस्तीफा दे देना चाहिए। यूपी में ही उनकी कार पर भी उसी अंदाज में हमला किया गया था। इस कांड पर सुप्रीम कोर्ट को खुद संज्ञान लेना चाहिए। एक ऐसी टीम का गठन होना चाहिए जिसमें यूपी का कोई भी अधिकारी उस टीम का हिस्सा ना हो। इसके साथ ही इस केस से जुड़े सभी पुलिस अधिकारियों को बर्खास्त कर देना चाहिए। जो कुछ हो रहा है वो देश और यूपी के लिए अच्छा नहीं है।
बहुसंख्यकों में बढ़ रही है कट्टरता
ओवैसी ने कहा कि अतीक और उसके भाई को न्यायिक या पुलिस कस्टडी में मार डाला गया। वो केस में सजायाफ्ता था, पूछताछ के लिए ले जाया जा रहा था। जो लोग इस देश की ताकत पर फर्क किया करते थे वे कमजोर महसूस कर रहे हैं। जो भी कल हुआ वो नृशंस हत्या है। जिन लोगों ने हत्याकांड को अंजाम दिया वो प्रोफेशनल हैं, उन्हें पता है कि कैसे गोली चलानी है। अब यह जानने की जरूरत है कि बीजेपी की इसमें कितनी और किस तरह की भूमिका है।
वहीं रालोद नेता अनुपम मिश्रा ने इलाहाबाद की घटना के बाद प्रदेश में कानून व्यवस्था पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने ट्वीट कर कहा, ”अतीक अहमद और उसके भाई की पुलिस अभिरक्षा में गोली मारकर हत्या, यह कैसी व्यवस्था है, कैसी सुरक्षा है, यह कैसे संभव है? यही कानून का इकबाल है? उच्च श्रेणी की पुलिस सुरक्षा व्यवस्था को धता बताते हुए कुछ लोग आते हैं और माफिया को गोलियों से छलनी कर देते हैं।
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