गोंडा। जिले में भारतीय जनता पार्टी (Bharatiya Janata Party) से मौजूदा विधायकों के टिकट कटने के बाद कहीं सियासी भूचाल है तो कहीं मिठास भी घुल रही है. इस राजनीतिक हलचल के कारण कुछ रिश्ते ऐसे भी सामने आ रहे हैं, जिनमें मिठास घुल रही है. जिले की कर्नलगंज सीट (Colenelganj Assembly Seat) से भारतीय जनता पार्टी ने मौजूदा विधायक अजय प्रताप सिंह उर्फ लल्ला भैया (Ajay Pratap Singh) का टिकट काटा. उनकी जगह नए चेहरे को प्रत्याशी बनाया. इससे कर्नलगंज इलाके के दोनों राजनीतिक दुश्मन और राजघराने एक हो गए।
37 साल बाद बरगदी कोट और भभुआ कोट का एक बैनर तले संगम हुआ. समाजवादी पार्टी के नेता और पूर्व मंत्री योगेश प्रताप सिंह सोमवार को अपने दल बल और समर्थकों के साथ अजय प्रताप सिंह उर्फ लल्ला भैया के घर पर पहुंचे और वहां पर दोनों परिवारों ने कर्नलगंज इलाके का सम्मान बचाने की शपथ ली।
5 हजार सर्मथकों के साथ जुड़ेंगे सपा से
दोनों परिवारों ने संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस कर एक दूसरे का समर्थन करने का प्रण लिया. कर्नलगंज से विधायक लल्ला भैया और उनके दो बेटे कुंवर शारदेन मोहन सिंह और कुंवर वेंकटेश मोहन सिंह ने सपा का समर्थन करने का वादा किया. दोनों ने जल्द ही अपने 5 हजार समर्थकों के साथ समाजवादी पार्टी का दामन थामने की बात कही. योगेश सिंह प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान भावुक हो गए. उन्होंने पूर्व विधायक लल्ला भैया को बाबा कहकर संबोधित किया. वहीं, उनके दोनों बेटों को अपना ही बेटा और भाई मान कर राजनीति में साथ साथ चलने की बात कही।
1984 में की थी सहायता
आपको बता दें कि 1984 में बरगदी कोट ने भभुआ कोट की राजनीतिक मदद की थी. योगेश प्रताप सिंह के पिता उमेश्वर प्रताप सिंह कर्नलगंज से विधायक चुने गए थे. अब एक बार फिर यही इतिहास दोहराया जा रहा है और भारतीय जनता पार्टी के टिकट कटने के बहाने दोनों राजनीतिक और राजघराने में मिठास घुलती नजर आ रही है. योगेश प्रताप सिंह ने काफी दिनों से बीमार चल रहे लल्ला भैया का हालचाल जाना और उनके घर में जाकर उनका कुशल क्षेम लेकर आशीर्वाद भी लिया. काफी दिनों से बीमार चल रहे लल्ला भैया ने भी मौन रहकर ही योगेश प्रताप सिंह को आशीर्वाद दिया और सियासी समर में साथ देने का भरोसा भी दिलाया. ऐसे में दोनों राजघरानों के एक होने से भाजपा प्रत्याशी की मुश्किलें बढ़ सकती हैं।
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