रायबरेली। कांग्रेस की बागी विधायक अदिति सिंह ने सोमवार को एक बड़ा बयान दिया है. उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को राजनीतिक गुरु मानते हुए कहा कि उन्हीं की वजह से वह हर लड़ाई लड़ रही हैं. अदिति सिंह ने कहा कि वह मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को अपना राजनीतिक गुरु मानते हुए गरीबों और मजलूमों की लड़ाई रही हैं और यही काम उनके पिता अखिलेश सिंह भी करते थे.
दरअसल अदिति सिंह सिविल लाइन स्थित सैकड़ों दुकानों को हटाने की नोटिस के बाद आज दूसरे दिन दुकानदारों के समर्थन में पहुंची थी. विधायक अदिति सिंह ने कहा कि वह पूरे मामले को मुख्यमंत्री के संज्ञान में ले जाएंगी.
अदिति सिंह ने कहा कि उन्हें भरोसा है कि योगी जी की सरकार में किसी पर अत्याचार नहीं हो पायेगा. उन्होंने इस बात पर हैरानी जताई कि जब कई दशकों से इस जमीन पर गरीब और असहाय लोगों की दुकानें हैं तो यह फ्री होल्ड कैसे हो गई. इस दौरान मौजूद सैकड़ों लोगों ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के जिन्दाबाद के नारे भी लगाये.
क्या है कमला नेहरू एजुकेशन सोसायटी की जमीन मामला
रायबरेली में सिविल लाइन की बेशकीमती जमीन का ताजा मामला सामने आया है. दअरसल यह जमीन 1976 में कमला नेहरू एजुकेशन सोसायटी को 30 साल के लीज पर दी गई थी. इस सोसायटी में कांग्रेस की वरिष्ठ नेता शीला कौल और उनके बाद विक्रम कौल प्रभावी हैं. सोसायटी द्वारा लगातार इस जमीन को फ्री होल्ड कराने के प्रयास किये गए. जिस पर समय समय पर न्यायालय और शासन के निर्णय होते रहे हैं. अब एक नए आदेश में इसे फ्री होल्ड करते हुए सोसायटी को राहत दी गई है.
बता दें कि इस जमीन पर कई लोगों की दुकानें और मकान बने हैं. जो लोगों की रोजी रोटी का जरिया है. प्रशासन द्वारा जमीन की नापजोख करने के बाद यह मामला उछला और लोग इसके खिलाफ आ गये. इस जमीन के मामले में एक सत्ताधारी नेता के जुड़े होने से भी प्रशासन खासा सक्रिय है, जिसके बाद लोगों द्वारा मदद मांगने पर अदिति सिंह इस मामले में सक्रिय हुई. (एजेंसी, हि.स.)
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