बहराइच । उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के बहराइच (Bahraich) में खूनी भेड़ियों का आतंक (Terror of wolves) रुकने का नाम नहीं ले रहा है. एक बार फिर सोमवार की देर रात 12 बजे भेड़िये ने 5 साल की बच्ची (5 year old girl.) को शिकार बनाया है. बहराइच में इतने अधिकारियों की तैनाती के बाद भी भेड़िये के हमले ने गांव वालों को एक बार फिर दहशत में डाल दिया है।
जानकारी के मुताबिक भेड़िये ने इस बार ग्राम पंचायत पंडोहिया (Gram Panchayat Pandohiya) के गिरधरपुरवा में अनवर अली की 5 साल की बेटी अफसाना को निशाना बनाया. इस हमले में बच्ची घायल हो गई, जिसे इलाज के लिए सीएचसी (महसी) भेजा गया. भेड़िये के हमले में बच्ची आंशिक रूप से घायल हो गई. भेड़िये ने उसके गले पर हमला किया. इस घटना के बाद महसी इलाके के लोगों ने अपनी पूरी रात जागकर बिताई।
भेड़ियों को पकड़ने में जुटीं 25 टीमें
भेड़ियों का खौफ बहराइच जिले के 35 से ज्यादा गांवों में है. आदमखोरों के हमले में कई लोग घायल हो चुके हैं, जबकि 9 बच्चों समेत 10 लोगों की मौत हो चुकी है. बहराइच में इन आदमखोर भेड़ियों को पकड़ने के लिए 5 वन प्रभागों बहराइच, कतर्नियाघाट वाइल्ड लाइफ, श्रावस्ती, गोंडा और बाराबंकी की लगभग 25 टीमें लगी हुई हैं।
भेड़िये के ज्यादातर हमले महसी तहसील क्षेत्र में देखे गए हैं. इसलिए 25 टीमों में से केवल महसी क्षेत्र में 12 टीमें लगाई गई हैं. सुरक्षा के लिए दो कंपनी PAC जवानों के साथ पुलिस लगी हुई है. अब इन आदमखोरों ने अपना दायरा जिले के अन्य क्षेत्रों तक बढ़ा लिया है।
गले से दबोचकर बच्ची को ले गया
एक दिन पहले ही भेड़ियों ने तीन साल की मासूम को निशाना बनाया था. रविवार की रात आदमखोर भेड़िये हरदी थाना इलाके के एक गांव में घुस गए थे. यहां से भेड़िये तीन साल की मासूम को उठाकर ले गए. मृतक बच्ची की मां ने रात के भयानक मंजर को बताते हुए कहा था कि भेड़िये ने बच्ची को गले से दबोचा था, उसकी आवाज तक नहीं आई।
बहराइच में तैनात हैं बड़े अधिकारी
बता दें कि सीएम योगी के बाद वन विभाग के बड़े-बड़े अधिकारी बहराइच पहुंच गए हैं. सोमवार को वन निगम के एमडी (IFS) संजय कुमार, मुख्य वन संरक्षक (IFS) एचवी गिरीश, दो DFO और 2 सहायक वन संरक्षक समेत 10 अफसर बहराइच पहुंचे हैं, जिसके बाद सर्च ऑपरेशन MD संजय कुमार और CCF एचवी गिरीश के संयुक्त नेतृत्व में चलाया जा रहा है।
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