बलिया । उत्तर प्रदेश के बलिया जिले के कलक्ट्रेट परिसर में आजाद हिन्द फौज के संस्थापक नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती को बलिया में पराक्रम दिवस के रूप में मनाया गया। इस मौके पर रेत कलाकार रूपेश सिंह ने ‘नेता जी’ की आकृति को रेत पर उकेर उन्हें अनोखे ढंग से याद किया और जयंती मनायी गई।
सैंड आर्टिस्ट रूपेश सिंह ने कलेक्ट्रेट परिसर में आज नेता जी सुभाष चंद्र बोस के पराक्रम पर आधारित रेत की कलाकृति बनायी। जिलाधिकारी श्रीहरि प्रताप शाही के साथ मौजूद अन्य अधिकारियों व अतिथियों ने इस कलाकृति की जमकर सराहना की। कड़ाके की ठंड में भी रूपेश ने जिस तरह कड़ी मेहनत कर इस कलाकृति को बनाया। इसे देखकर सभी मंत्रमुग्ध हो गए। उल्लेखनीय है कि रूपेश महत्वपूर्ण अवसरों पर महान विभूतियों की आकृति को रेत पर उकेर कर सुर्खियां बटोर चुके हैं।
राजकीय इंटर कॉलेज के छात्रों ने शहीद स्तंभ पर शानदार रंगोली बनाई। जिलाधिकारी शाही ने कलेक्ट्रेट परिसर में ‘नेता जी’ की मूर्ति पर माल्यार्पण करने के बाद कहा कि नेता जी भारत के उन महान स्वतंत्रता सेनानियों में शामिल हैं, जिनसे आज के दौर का युवा वर्ग प्रेरणा लेता है। वे जुल्म व अन्याय के खिलाफ लड़ाई में हमेशा आगे रहते थे। आजादी की लड़ाई में भी उनका महत्वपूर्ण योगदान रहा है, जिसे कभी भुलाया नहीं जा सकता। उनके जन्मदिन को आज पराक्रम दिवस के रूप में मनाया जा रहा है। इस अवसर पर एडीएम रामआसरे, सिटी मजिस्ट्रेट नागेंद्र सिंह, शिवकुमार कौशिकेय, सेनानी रामविचार पांडेय आदि मौजूद थे।
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