लखनऊ । यूपी (UP) का एक मामला इन दिनों राष्ट्रीय स्तर पर सुर्खियों में है. ये मामला है कारोबारी पीयूष जैन (Businessman Piyush Jain) का. पीयूष जैन के कानपुर (Kanpur) स्थित घर से 177 करोड़ रुपये से अधिक की नकदी बरामद हुई है. कानपुर और कन्नौज (Kanpur and Kannauj) मिलाकर कुल 195 करोड़ रुपये से अधिक की नकदी बरामद (cash recovered) किए जाने के अनुमान व्यक्त किए जा रहे हैं.
जीएसटी इंटेलिजेंस की ओर से की गई छापेमारी के दिन से ही पीयूष जैन के इत्र कारोबारी होने के दावे सामने आ रहे थे. पीयूष की समाजवादी पार्टी (सपा) से नजदीकी की बातें भी सामने आ रही थीं. इन सबके बीच अब इस मामले में नया मोड़ आ गया है. इत्र और परफ्यूमर्स एसोसिएशन ने पीयूष को लेकर दावा किया है कि वह इत्र कारोबार से नहीं जुड़ा है.
इत्र एंड परफ्यूमर्स एसोसिएशन ने पीयूष के इत्र कारोबारी होने से इनकार किया है तो कन्नौज के मोहल्ला छीपट्टी में रहने वालों ने किसी राजनीतिक दल के साथ नजदीकी से. छीपट्टी मुहल्ले के लोगों के मुताबिक पीयूष जैन एक जमीनी और नेकदिल इंसान है. इस मोहल्ले के लोगों की मानें तो पीयूष का किसी भी राजनीतिक दल से कभी कोई नाता नहीं रहा.
पीयूष जैन जिस दुकान से घर का सामान लेते थे, उसके दुकानदार विकास ने आजतक से खास बातचीत में दावा किया कि पीयूष का कभी किसी राजनीति दल से रिश्ता नहीं रहा. ये बातें झूठी फैलाई जा रही हैं कि वे इत्र कारोबारी थे और उनका किसी राजनीतिक दल से संबंध है. विकास ने कहा कि हमारे यहां वे अक्सर आते थे, लेकिन कभी न तो कोई राजनीतिक चर्चा की और ना किसी राजनीतिक चर्चा में पड़े.
बहुत आम थी पीयूष की जीवनशैली
छीपट्टी मोहल्ले के ही एसपी जैन बताते हैं कि पीयूष की जीवनशैली बहुत आम थी. पीयूष के पास एक स्कूटर थी और वे उसी का अधिक उपयोग करते थे. वे साथ ही ये भी कहते हैं कि कभी नहीं सोचा था कि हमारे मोहल्ले में इतना पैसा निकलेगा. एसपी जैन ने आगे कहा कि महावीर भगवान के मंदिर में मुलाकात होती थी. पीयूष ने कभी राजनीति को लेकर बात नहीं की.
बता दें कि जीएसटी इंटेलिजेंस की छापेमारी में कन्नौज से 17 करोड़ रुपये नकद, 23 किलो सोना, बड़ी मात्रा में इत्र निर्माण में उपयोग में लाया जाने वाला रॉ मैटेरियल बरामद किया गया था. इसमें करीब छह करोड़ रुपये की कीमत का चंदन का तेल भी शामिल है. सोने पर विदेशों की मार्किंग है. जीएसटी की ओर से प्रेस विज्ञप्ति जारी कर ये दावा किया गया है कि पीयूष ने माना है कि उसके घर से बरामद नकदी उसकी ही है जो उसने बगैर जीएसटी चुकाए एकत्रित की थी.
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