गाजीपुर। उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) में एक बार फिर एक्सप्रेस ट्रेन को पलटने की कोशिश (Attempt overturn express train) की गई है। गाजीपुर (Ghazipur) में स्वतंत्रता सेनानी एक्सप्रेस (Freedom Fighter Express) आने से पहले रेलवे ट्रैक पर लकड़ी का बोटा रख दिया गया। बोटे से टकराने के कारण स्वतंत्रता सेनानी एक्सप्रेस (Freedom Fighter Express) के इंजन का पाइप फट गया। इससे ट्रेन तीन घंटे तक खड़ी रही। घटना की जानकारी मिलते ही रेलवे अफसरों में खलबली मच गई। आरपीएफ, जीआरपी के साथ ही पुलिस भी मौके पर पहुंची और जांच पड़ताल शुरू कर दी है। इससे पहले कानपुर में सिलेंडर रखकर ट्रेन को पलटने की कोशिश हुई थी। उस मामले की जांच एनआईए भी कर रही है। लगातार हो रही घटनाओं से रेलवे ने अलर्ट घोषित किया है। ट्रैक के किनारे रहने वालों का सत्यापन भी यूपी पुलिस ने शुरू किया है।
जयनगर से नई दिल्ली जाने वाली 12561 स्वतंत्रता संग्राम सेनानी एक्सप्रेस गाजीपुर स्टेशन पर भोर में 2.55 बजे पहुंचती है। सोमवार की भोर में स्टेशन से पहले ही गेट नंबर 27-28 के बीच रजदेपुर में ट्रैक पर रखे लकड़ी बोटे से इंजन टकरा गया। इससे ट्रेन के इंजन का पाइप फट गया। चालक ने गाड़ी रोककर कंट्रोल रूम को सूचना दी तो हड़कंप मच गया। आननफानन में आरपीएफ, जीआरपी और कोतवाली पुलिस मौके पर पहुंची। ट्रेन के ड्राइवर की सूचना पर औड़िहार स्टेशन से इंजन मंगाकर ट्रेन को नई दिल्ली के लिए रवाना किया गया। मामले में रेलवे के इंजीनियरिंग सेक्शन के जई की तहरीर पर कोतवाली थाने में अज्ञात के खिलाफ केस दर्ज किया गया है। लगभग ढाई घंटे बाद दूसरे इंजन से ट्रेन 5.15 बजे रवाना हो सकी।
मौके पर पहुंचे वरिष्ठ मंडल सुरक्षा आयुक्त वाराणसी एस रामाकृष्णन ने इसे साजिश करार देते हुए जांच के निर्देश दिए। घटनास्थल पर दोपहर में एसपी सिटी ज्ञानेन्द्र नाथ प्रसाद भी पहुंचे। उन्होंने रेलवे ट्रैक पर लकड़ी रखने वाले के बारे में पता लगाने के लिए कोतवाली पुलिस व स्वाट टीम को निर्देश दिया। एसपी सिटी ने बताया कि सिटी स्टेशन से घाट स्टेशन के बीच रेलवे ट्रैक पर करीब दो फिट का लकड़ी का गुटका रखा मिला था। यह जांच की जा रही है कि टुकड़ा रेलवे ट्रैक पर कैसे पहुंचा। मामले में रेलवे के जेई की तहरीर पर कोतवाली में अज्ञात के खिलाफ केस दर्ज किया गया है।
शरारती तत्वों ने रेल ट्रैक पर रखे ईंट-पत्थर, बड़ा हादसा टला
देवरिया जिले के नोनापार रेलवे स्टेशन के पास सोमवार की सुबह रेल दुर्घटना होते-होते बची। कुछ शरारती तत्वों ने रेल ट्रैक पर ईंट-पत्थर रख दिए थे। प्रत्यक्षदशिर्यों के अनुसार अपलाइन पर करीब 10 मीटर तक छोटे-छोटे पत्थर बिछे हुए थे। अभी कोई कुछ समझ पाता कि उसी ट्रैक पर मालगाड़ी आ गई। मालगाड़ी के पहिए जैसे ही पत्थर पर पड़े, काफी तेज आवाज आई। आरपीएफ की जांच में इसे बच्चों की शरारत बताया गया है।
घटना की जानकारी मिलते ही आरपीएफ के एक सब इंस्पेटर कुछ सुरक्षाकर्मियों के साथ मौके पर पहुंचे। मिली जानकारी के अनुसार आरपीएफ की टीम ने घटनास्थल की बारीकी से छानबीन की। इस दौरान पता चला कि सुबह करीब 8:50 बजे कुछ बच्चों ने यह शरारत की थी। इस पर आरपीएफ ने आसपास के गावों में पहुंचकर लोगों को जागरूक किया। हिदायत भी दी कि वे अपने बच्चों को ऐसा करने से रोकें। अगर कोई भी इस तरह की शरारत करते मिला तो उसके खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी। इस संबंध में आरपीएफ अथवा स्टेशन मास्टर ने कुछ भी बोलने से इनकार कर दिया। वहीं पूर्वोत्तर रेलवे के वाराणसी डिवीजन के पीआरओ अशोक कुमार का कहना है कि इस तरह की किसी घटना की सूचना नहीं है।
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