चंढीगढ़ । हरियाणा (Haryana) में बेमौसम (Rain) बारिश फसलों (Crops) पर भारी पड़ रही है। पिछले खरीफ के सीजन (Kharif Season) के बाद अब रबी के सीजन (Rabi Season) में भी बारिश किसानों (Farmers) के लिए आफत बन रही है। मात्र दो माह में अब तक 39 हजार हेक्टेयर में फसलें प्रभावित (39 Thousand Hectare Crops Affected) हुई हैं।
यहां राज्य में 3 हजार किसानों (23 Thousand Farmers) ने अपनी फसल खराब बताते हुए प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना (Prime Minister’s Crop Insurance Scheme) के तहत मुआवजे का दावा (Compensation Claim) किया है। ये केवल उन किसानों का आंकड़ा है, जिन्होंने फसल बीमा करा रखा है, वे किसान अलग हैं, जिनकी फसलें खराब हुई हैं लेकिन वे दावा नहीं कर पाए।
प्रदेश में इस बार 22.9 लाख हेक्टेयर में गेहूं और 19 लाख एकड़ में सरसों की बिजाई की गई है। जनवरी माह में तीन से चार बार आई बारिश से फसलों में पानी जमा हो गया था। 30 जनवरी तक बेमौसमी बारिश से प्रभावित किसानों की संख्या 16 हजार थी। फरवरी माह में फिर आई बारिश के कारण सरसों, गेहूं, आलू समेत सब्जी वाली फसलों के लिए नुकसानदायक रही।
सोनीपत, रोहतक समेत सेम के इलाकों में आज तक भी फसलों में पानी जमा है, जिससे फसलों को अधिक नुकसान हुआ है। इसी प्रकार, महेंद्रगढ़, भिवानी और हिसार में सरसों की फसल प्रभावित हुई है। जीटी रोड के जिलों में सब्जी वाली फसलें काफी हद तक प्रभावित हुई हैं। किसान लगातार मुआवाजे के लिए दावे कर रहे हैं। हालांकि, भारतीय किसान यूनियन और विपक्षी दल विशेष गिरदावरी की मांग भी कर रहे हैं लेकिन अभी तक सरकार ने इस पर कोई फैसला नहीं लिया है।
कहां कितनी फसलें हुई प्रभावित
जिला किसान भूमि (हेक्टेयर)
कुरुक्षेत्र 3243 6525
सोनीपत 3129 5452
अंबाला 2777 6169
रेवाड़ी 2638 2890
चरखी दादरी 1567 2128
झज्जर 1587 2218
जींद 1109 2227
हिसार 708 1614
गुरुग्राम 600 857
कैथल 613 1390
मेवात 573 1116
यमुनानगर 571 583
करनाल 471 904
पलवल 411 720
भिवानी 376 745
महेंद्रगढ़ 167 227
पंचकूला 35 41
पानीपत 23 44
सिरसा 21 50
फरीदाबाद 16 22
फतेहाबाद 12 23
कुल 23069 39813 हेक्येटर
इस बार बारिश से फसलों पर असर पड़ा है। प्रभावित किसान मुआवजे के लिए आवेदन कर रहे हैं। इनकी जांच के बाद ही पूरी स्थिति का पता चल पाएगा कि असल में कितनी फसलें खराब हुई हैं। फिलहाल मौसम ठीक है और गेहूं में कोई अधिक नुकसान नहीं है। – डॉ. जगराज ढांडी, संयुक्त निदेशक, कृषि विभाग।
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