नई दिल्ली: संयुक्त राष्ट्र (United Nations) ने बुधवार को चेतावनी जारी (issued a warning) करते हुए कहा है कि अगले पांच साल दुनियाभर में भयंकर गर्मी (scorching heat) पड़ सकती है. अगले पांच साल अब तक के सबसे गर्म साल हो सकते हैं. यूएन वेदर एजेंसी (UN Weather Agency) ने कहा ग्रीनहाउस गैसें और अल नीनो मिलकर तापमान को बढ़ा रहे हैं. वर्ल्ड मेट्रोलॉजिकल ऑर्गेनाइजेशन (world metrological organization) ने बताया पेरिस जलवायु समझौते में जो ग्लोबल टेम्परेचर्स सेट (global temperature set) किया गया था, वह उससे पार करने वाला है.
अगले पांच साल दुनियाभर में जबरदस्त गर्मी देखने को मिलेगी. एजेंसी ने बताया कि 2015-2022 के साल अब तक के सबसे गर्म साल रहे हैं. यूएन वेदर एजेंसी ने बताया कि क्लाइमेट चेंज में तेजी के चलते तापमान में बढ़ोतरी की संभावना जताई गई है. वर्ल्ड मेट्रोलॉजिकल ऑर्गेनाइजेशन ने बताया कि 98 फीसदी संभावना है कि अगले पांच साल पूरी दुनिया में भयंकर गर्मी होगी.
डब्ल्यूएमओ ने बताया कि 66 प्रतिशत संभावना है कि 2023-27 के बीच एनुअल ग्लोबल सरफेस का तापमान 1.5 C से अधिक हो जाएगा. इन पांच साल में हर साल के लिए 1.1C से 1.8C का लिमिट रखा गया है. यूएन वेदर एजेंसी के चीफ पेटेरी तालस ने बताया कि डब्ल्यूएमओ के लिए खतरे की घंटी बज रही है कि हम टेम्परेरी बेसिस पर 1.5C के स्तर को पार कर जाएंगे.
एजेंसी ने बताया कि आगामी दिनों में अल नीनो के डेवलप होने की प्रबल संभावना है. यह मानव-प्रेरित जलवायु परिवर्तन के साथ मिलकर वैश्विक तापमान को अज्ञात क्षेत्र में धकेल देगा. हेल्थ, फूड सिक्योरिटी, वाटर मैनेजमेंट और एनवायरनमेंट पर इसके गहरे प्रभाव पड़ेंगे. इसके लिए हमें तैयार रहने की आवश्यकता है. अल नीनो प्रशांत महासागर में आने वाला एक किस्म का मौसमी बदलाव है.
इस दौरान मौसम में कभी भी बदलाव आ सकता है. बेमौसम बारिश, प्रचंड गर्मी, कभी सर्दी..जैसी स्थिति उत्पन्न होने लगती है. अल नीनो के विकसित होने के बाद के 2024 में वैश्विक तापमान बढ़ेगा. WMO ने कुछ दिन पहले कहा था कि अल नीनो के विकसित होने की संभावना जुलाई के अंत तक 60 फीसदी और सितंबर के अंत तक 80 फीसदी थी.
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