लखनऊ जानलेवा कोरोनावायरस से जूझ रहे उत्तर प्रदेश में अब अपराधों की भी बाढ़ आ गई है । कानपुर के विकास दुबे द्वारा किए गए पुलिस नरसंहार के बाद यूपी में अपराधों का ग्राफ काफी तेजी के साथ बढ़ता जा रहा है। जिस पर नकेल कसने की अब तक की सारी कोशिशें नाकाम साबित हो रही हैं । प्रदेश भर में एक के बाद एक आपराधिक वारदातें का सिलसिला जारी रहने से यूपी की योगी सरकार भी कटघरे में खड़ी हो गई है। सियासत भी काफी जारी है। इसी बीच आज यूपी के एक अन्य शहर नोएडा में भी अज्ञात हमलावरों ने लूटपाट के इरादे से एक घर में घुसे और वहां मौजूद एक 70 वर्षीय वृद्ध महिला की हत्या कर सनसनी फैला दी है। सूत्रों ने बताया है कि बुजुर्ग महिला की हत्या करने के बाद हत्या के आरोपी बदमाश वहां से लाखों का सामान भी ले उड़े हैं , जिनकी पुलिस तलाश कर रही है ।दूसरी तरफ यूपी के दूसरे जिले गाजियाबाद में देर रात हथियारबंद डकैतों ने किचन की खिड़की तोड़कर आधी रात को यहां के एक घर में डाका डाल दिया है। बताया गया है कि हथियारों से लैस डकैतों ने महिलाओं सहित परिवार के लोगों को गन पॉइंट पर बंधक बनाकर कम से कम 50 लाख की लूट की है। इस सनसनीखेज डकैती कांड को लेकर पीड़ित परिवार जनों ने बताया है कि डकैतों ने उन्हें कनपटी में बंदूक रखकर रस्सियों से बांध दिया। इतना ही नहीं उन्होंने शोर मचाने पर जान से मारने की धमकी भी दी थी। परिजनों ने बताया कि जब परिवार की एक लड़की ने शोर मचाने की कोशिश की तो डकैतों ने उसे बंदूक की बट से पिटाई भी की है, जिससे उसे चोटें आई हैं। अब इन दोनों ही मामलों में संबंधित पुलिस थानों ने प्रकरण दर्ज कर आरोपियों की तलाश शुरू कर दी है। वहीं दूसरी तरफ पुलिस की नाकामी को लेकर यूपी के विपक्षी दल खास तौर पर कांग्रेस, सपा और बसपा ने योगी सरकार पर तीखे हमले बोल दिए हैं। गौरतलब है कि इससे पूर्व सीएम योगी के गृह क्षेत्र गोरखपुर में भी अपहरणकर्ताओं ने 14 साल के एक बच्चे को पहले अगवा कर लिया बाद में उसकी हत्या कर दी है। अपहरणकर्ताओं ने मृतक बच्चे के परिजनों से एक करोड़ की फिरौती भी मांगी थी। इस कांड को लेकर सपा ने तो योगी सीएम से इस्तीफा देने तक की मांग कर चुकी है।
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved