भोपाल। प्रदेश में 27 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव होना है। लेकिन कई मंत्रियों, विधायकों और नेताओं के कोरोना संक्रमित होने के कारण उपचुनाव की तैयारियों पर कोरोना का असर दिख रहा है। प्रदेश में राजनीति अनलॉक हो गई है, लेकिन राजनीतिक गतिविधियां अभी भी लॉक है। खासकर ग्वालियर-चंबल अंचल में इसका प्रभाव सबसे अधिक दिख रहा है। गौरतलब है कि उपचुनावों की गतिविधियों के बीच अंचल में कोरोना संक्रमण की रफ्तार बढऩे पर जिला प्रशासन ने लोकार्पण व शिलांयास के कार्यक्रमों पर एक पखवाड़े के लिए प्रतिबंध लगा दिया था। जिले में धारा 144 प्रभावी होने के कारण धरना, प्रदर्शन व जुलूसों पर पहले से प्रतिबंध है। वर्तमान में भी प्रतिदिन 50 से 100 लोग संक्रमित निकल रहे हैं। मंत्री, विधायक से लेकर भाजपा व कांग्रेस के कई नेता संक्रमित हो चुके हैं। संक्रमण का खतरा अब भी बरकरार है। इसके बाद भी जिला प्रशासन ने राजनीति को अनलॉक करने का मन बना लिया है। प्रतिबंध की अवधि निकल जाने के बाद अब तक लोकार्पण व शिलांयास समारोह के लिए कोई स्पष्ट गाइडलाइन जारी नहीं की गई है।
ग्वालियर-चंबल में बढ़ेगी सक्रियता
राज्यसभा सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया का सीएम व अन्य वरिष्ठ भाजपा नेताओं के साथ इसी माह ग्वालियर आना तय माना जा रहा है और महू-जमाहर में बने नए आरओबी का लोकार्पण भी होना है। हालांकि संक्रमण के कारण भाजपा व कांग्रेस नेता उपचुनाव की गतिविधियों को गति देने के संबंध कोई निर्णय नहीं कर पा रहे हैं। उपचुनाव को लेकर अंचल में प्रदेश स्तरीय भाजपा नेताओं के प्रवास शुरू हो गए थे। विधानसभा क्षेत्रों के प्रभारियों ने कार्यकर्ताओं की बैठक लेना व लोगों से संवाद करना शुरू कर दिया था, लेकिन जिले में संक्रमण बढऩे पर भाजपा नेताओं के प्रवास पर 15 अगस्त तक विराम लगा दिया था। क्योंकि सहकारिता मंत्री अरविंद भदौरिया, पूर्व मंत्री नारायण सिंह कुशवाह, संभागीय संगठन मंत्री आशुतोष तिवारी सहित कई भाजपा नेता संक्रमित हो गए थे। लेकिन अभी भाजपा की जिला इकाई ने उपचुनाव की गतिविधियों को फिर से शुरू करने पर कोई निर्णय नहीं लिया है।
कांग्रेस ने भी बस को भोपाल में ही रोक दिया था
उपचुनाव को दृष्टिगत रखते हुए पूर्व मंत्री पीसी शर्मा व तरुण भनोत सहित कांग्रेस के प्रमुख प्रदेश स्तरीय नेताओं का अंचल में आने का सिलसिला शुरू हो गया था। बैठकों के दौर के साथ कांग्रेस को उपचुनाव के लिए योग्य उम्मीदवार भी तलाश करना था। बैठकों व संवाद के साथ कांग्रेस की उपचुनाव को लेकर गतिविधियां जोर पकड़ रही थीं। ग्वालियर-चंबल अंचल में चुनाव का आगाज दतिया से करने के लिए कांग्रेस के प्रदेशस्तरीय नेता एक ही बस से आकर इस बात का संकेत देने वाले थे कि कांग्रेस एकजुटता के साथ चुनाव लडऩे के लिए तैयार है, लेकिन संक्रमण ने कांग्रेस की गतिविधियों पर विराम लगा दिया। लगातार ग्वालियर आ रहे पूर्व मंत्री पीसी शर्मा के अलावा विधायक प्रवीण पाठक, शहर जिला कांग्रेस अध्यक्ष डॉ. देवेंद्र शर्मा व वरिष्ठ नेता बृजमोहन परिहार सहित कई नेता संक्रमित हो गए। बृजमोहन परिहार की तो रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद भी मौत हो गई। फिलहाल संक्रमण की स्थिति को देखते हुए कांग्रेस भी कोई निर्णय ले पा रही है।
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