महेंद्रगढ़ । हरियाणा के ढाणी भाठोठा गाँव में (In Dhani Bhathotha village of Haryana) एक रुपये और 11 पौधों के साथ (With One Rupee and 11 Plants) अनूठी शादी रचाई (Unique Marriage Organized) । हरियाणा में महेन्द्रगढ़ जिले के ढाणी भाठोठा गांव में एक अनूठी शादी ने न केवल पारंपरिक रस्मों को चुनौती दी, बल्कि प्रदूषण और दहेज प्रथा के खिलाफ एक मजबूत संदेश भी दिया। इस शादी में दूल्हा अवशेष यादव और दुल्हन वंदना यादव ने अपनी शादी में दहेज की परंपरा को नकारते हुए एक रुपये और 11 पौधों की रस्म अदा की।
यह अनूठी शादी भिवानी, झज्जर और महेन्द्रगढ़ जिलों की सामाजिक संस्थाओं द्वारा चलाए जा रहे एक अभियान का हिस्सा थी, जिसमें शिक्षा और समाज सुधार के लिए ठोस कदम उठाए गए। इस शादी ने न केवल दहेज प्रथा को नकारा, बल्कि प्रदूषण और पर्यावरण संरक्षण के महत्व को भी उजागर किया। दूल्हा और दुल्हन दोनों ने इस शादी में हिस्सा लेकर समाज में बदलाव की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम बढ़ाया।
इस अनूठी पहल को “नेताजी सुभाष चंद्र बोस युवा जागृत सेवा समिति” और “सदाचारी शिक्षा समिति” जैसे संस्थाओं का समर्थन प्राप्त था। शिक्षाविद बिजेंद्र यादव और स्वास्थ्य कर्मी सुभाष यादव ने इसे एक सामाजिक आंदोलन के रूप में देखा और समाज के हर वर्ग से दहेज प्रथा और प्रदूषण के खिलाफ जागरूकता फैलाने का आह्वान किया।
झज्जर जिले की विधायक गीता भुकल ने इस पहल की सराहना करते हुए कहा कि प्रदूषण और दहेज प्रथा से बचने के लिए ऐसे संदेशों की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि यह पहल समाज को दिशा देने के लिए एक प्रेरणा है और सभी को इस तरह के कदमों से समाज में सकारात्मक बदलाव लाने की दिशा में काम करना चाहिए।
दूल्हा अवशेष और दुल्हन वंदना ने अपनी शादी को एक नए तरीके से यादगार बनाते हुए, सभी सामाजिक बुराइयों और पर्यावरण संकट के खिलाफ आवाज उठाई। उन्होंने अपने फैसले को लेकर कहा कि हर समाज को इस मुहिम में शामिल होना चाहिए ताकि बेटियों का सम्मान बढ़े और दहेज जैसी कुप्रथा समाप्त हो। यह अनूठी शादी समाज में बदलाव लाने की एक प्रेरणादायक पहल बन गई है। प्रदूषण से निपटने और दहेज प्रथा के खिलाफ एक साथ कदम उठाने की आवश्यकता को महसूस करते हुए यह विवाह एक नई दिशा में समाज को मार्गदर्शन दे रहा है।
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