इंदौर। नेशनल एजुकेशन यूथ यूनियन एक हजार युवाओं ने एक अनोओखा फैसला लेते हुए पिछले पांच साल से पीएससी पुलिस, पटवारी, व्यापमं सहित कई भर्ती परीक्षा नहीं होने का विरोध करने के लिए अपनी ही बनाई हुई जेल में रहने का फैसला किया है। उनका कहना है कि हजारों अभ्यार्थी परीक्षा समय पर नहीं होने के चलते बेरोजगार हो गए हैं। यहां तक कि जो कांस्टेबल परीक्षा 2020 में हुई, लेकिन उसके नतीजे अभी तक नहीं आए। इसके विरोध के लिए भंवरकुआं भोलाराम मार्ग स्थित पंडित दीनदयाल गार्डन में हजारों युवाओं ने अस्थायी जेल बनाई है, जिसे वे शहीद भरेंगे।
इस विरोध का नेतृत्व करने वाले अक्षय राठौड़ और हार्दिक देवकर का कहना है कि हम गांधीजी की राह पर सत्याग्रह करेंगे। सरकार के विरोध में लगातार 8 दिन से प्रदर्शन कर रहे हैं। यह युवा अभ्यर्थी भर्ती प्रक्रिया और परीक्षा नहीं होने के चलते बेरोजगार घूम रहे हैं। उन्होंने कहा कि नौकरी की मंशा रखने का गुनाह करने के अपराध में हमें जेल में रहना चाहिए। इनमें से दस अभ्यथी पिछले 27 सितम्बर से अनशन पर हैं। यहां मौजूद अभ्यर्थी बैनर-पोस्टर और तख्ती लिए आंदोलन कर रहे हैं, जिसमें लिखा है मूंगफली में दाना नहीं… शिवराज हमारा मामा नहीं…भर्ती दो या अर्थी दो… शिवराज सरकार होश में आओ… जब जब युवा बोला है… राज सिंहासन डोला है। अब ये अभ्यर्थी अपनी ही बनाई जेल को भरने के लिए आंदोलन करेंगे।
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