मुंबई: महाराष्ट्र बीजेपी नेता (Maharashtra BJP leader) और केंद्रीय मंत्री नारायण राणे (Union Minister Narayan Rane) के बेटे नीलेश राणे ने दशहरा के मौके पर बड़ा ऐलान कर दिया है. नीलेश राणे (Nilesh Rane) ने मंगलवार को सक्रिय राजनीति से संन्यास की घोषणा (Announcement of retirement from politics) कर दी है. उन्होंने कहा है कि वो अब सक्रिय राजनीति से हट रहे हैं क्योंकि सियासत में उनका मन नहीं लग रहा है और कोई दूसरा कारण नहीं है.
नीलेश राणे ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट करते हुए लिखा, मैं अब सक्रिय राजनीति से रिटायरमेंट ले रहा हूं. अब मेरा राजनीति में मन नहीं लग रहा है, कोई दूसरा कारण नहीं है. उन्होंने आगे कहा, कि उन्हें चुनाव वगैरह लड़ने में भी कोई दिलचस्पी नहीं है. बीजेपी में उन्हें बहुत प्यार मिला. पार्टी संगठन में काम करने का मौका मिला.
उन्होंने कहा, मैं खुद को भाग्यशाली समझता हूं कि मैं एक छोटा आदमी हूं लेकिन, 19-20 साल की राजनीति में मुझे बहुत कुछ सीखने को मिला. लोग भले ही टिप्पणी करें, लेकिन जिस चीज में दिल नहीं लगता है वहां खुद का या फिर दूसरों का समय बर्बाद करने का कोई मतलब नहीं है. जाने-अनजाने में किसी का दिल दुखाया हूं तो उसके लिए मैं माफी चाहता हूं.
बता दें कि नीलेश राणे के भाई नितेश राणे महाराष्ट्र की कंकावली सीट से विधायक हैं. नीलेश ने 2009 में कांग्रेस के टिकट पर रत्नागिरी-सिंधुदुर्ग लोकसभा सीट से चुनाव लड़ा था और जीत भी हासिल की थी, लेकिन 2014 के चुनाव में वह शिवसेना नेता विनायक राउत से हार गए थे. 2019 से वो बीजेपी के सदस्य हैं.
नीलेश राणे का सक्रिय राजनीति से रिटायर होने का ऐलान किया जाना बीजेपी के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है. महाराष्ट्र की सियासत में पहले से ही उथल-पुथल मची है ऐसे में नीलेश राणे की ओर से संन्यास का ऐलान किया राज्य बीजेपी के लिए अच्छे संकेत नहीं है. नीलेश राणे के संन्यास के ऐलान के साथ ही राज्य की राजनीति में अलग-अलग तरह की चर्चाएं भी शुरू हो गई हैं.
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