जम्मू | केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Union Home Minister Amit Shah) ने जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव के लिए (For Jammu-Kashmir Assembly Elections) भाजपा का घोषणापत्र जारी किया (Released BJP’s Manifesto) । जम्मू-कश्मीर भाजपा प्रमुख रविंदर रैना और पार्टी के अन्य नेता भी मौजूद रहे ।
इस मौके पर केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने एक महत्वपूर्ण बयान देते हुए कहा, “धारा 370 अब इतिहास बन चुकी है, इसे कोई वापस नहीं ला सकता।” शाह ने जोर देकर कहा कि जम्मू-कश्मीर के विकास और स्थायित्व के लिए भाजपा की सरकार लगातार काम कर रही है और आगे भी करती रहेगी।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा, आजादी के बाद से ही जम्मू-कश्मीर हमारी पार्टी के लिए महत्वपूर्ण रहा है। हमने हमेशा इस भूमि को भारत के साथ अखंड रखने की कोशिश की है… हमारी पार्टी का मानना है कि जम्मू-कश्मीर हमेशा से भारत का हिस्सा रहा है और आगे भी रहेगा। 2014 तक जम्मू-कश्मीर हमेशा अलगाववाद और आतंकवाद के साये में रहा। अलग-अलग राज्य और गैर-राज्य अभिनेताओं ने राज्य को अस्थिर रखा। सभी सरकारों ने राज्य के साथ तुष्टिकरण की नीति अपनाई। जब भी जम्मू-कश्मीर का इतिहास लिखा जाएगा, 2014 के बाद के ये दस साल राज्य के लिए स्वर्णिम काल के रूप में चिह्नित किए जाएंगे।
पार्टी द्वारा उम्मीदवारों की घोषणा के बाद नेताओं ने खुलकर बगावत शुरू कर दी। कुछ ने निर्दलीय चुनाव लड़ने का फैसला किया है तो कुछ ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। पार्टी द्वारा रामबन सीट से राकेश ठाकुर को उम्मीदवार बनाए जाने के बाद सूरज सिंह परिहार ने इस्तीफा दिया। परिहार ने 27 अगस्त को निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर नामांकन दाखिल किया और चुनाव लड़ने का फैसला लिया।
वहीं, बुधवार को भाजपा ने अमर सिंह को सांबा जिले का पार्टी प्रभारी नियुक्त किया, जबकि अखनूर जिले की जिम्मेदारी कार्यकारी अध्यक्ष के तौर पर मनमोहन सिंह को दी गई। भाजपा की ओर से टिकटों की घोषणा के बाद तीन नेताओं ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। इनमें सांबा जिला अध्यक्ष कश्मीरा सिंह, वरिष्ठ नेता चंद्रमोहन शर्मा और भारतीय जनता युवा मोर्चा जम्मू जिला अध्यक्ष एडवोकेट कनव शर्मा शामिल हैं।
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