भोपाल। 10 वीं कक्षा में एक बार फेल हो चुके युवक ने दूसरी बार परीक्षा दी। इस वर्ष भी उसकी एक विषय में सप्लीमेंट्री आई, रिजल्ट आने के बाद से ही वह दुखी था। जिसके बाद में बीती रात उसने हबीबगंज थाना क्षेत्र स्थित घर में फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली। इसी थाना इलाके में एक अन्य युवक ने पत्नी से विवाद के बाद में कल शाम को घर में फांसी लगाकर जान दे दी। दोनों ही मामलों में पुलिस ने मर्ग कायम कर लिया है। दोनों घटनाओं की जांच की जा रही है।
हबीबगंज पुलिस के अनुसार 19 वर्षीय आशीष जाटव पिता स्वर्गीय रामरत्न जाटव (19) निवासी मल्टी नंबर 104 मकान नंबर सी-4 बारा नंबर स्टॉप दसवीं कक्षा का छात्र था। वह पिछले साल दसवीं कक्षा में फेल हो चुका था। इस साल उसने दसवीं कक्षा की परीक्षा दोबारा दी थी। इस वर्ष भी वह दसवीं पास नहीं हो सका और एक विषय में सप्लीमेंट्री आ गई। जिसके बाद से ही वह दुखी था। सप्लीमेंट्री के कारण परिजन भी आए दिन उसे पढ़ाई को लेकर समझाते और हल्की फटकार लगा दिया करते थे। पुलिस का अनुमान है कि पढ़ाई के तनाव में ही उसने फांसी लगाकर खुदकुशी की है। हालांकि पुलिस को मौके से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है। मृतक की बॉडी को फंदे से उतारकर बीती रात अस्पताल लेकर पहुंचे थे। जहां से पुलिस को सूचना मिली थी। हबीबगंज थाने के एसआई प्रकाश अलावा के अनुसार विशाल कोठारी पिता विजय कोठारी (20) निवासी मकान नंबर 168 पीसी नगर कल शाम को करीब पौने 6 बजे घर में अकेला था। उसकी पत्नी पास में रहने वाले सास और ससुर के पास चली गई थी। पत्नी के घर से निकलने के पूर्व दोनों के बीच विवाद हुआ था। पुलिस का मानना है कि पत्नी से विवाद से दुखी होकर युवक ने खुदकुशी की है। इस मामले में भी पुलिस को कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है। एसआई ने बताया कि मृतक पुताई करने का काम कर रहा था तथा उसकी आठ माह की एक बच्ची थी। उसकी शादी महज दो साल पूर्व हुई थी। विशाल द्वारा आर्थिक तंगी से जूझने की बात भी सामने आ रही है।
खाली झुग्गी में फांसी लगाकर युवक ने की आत्महत्या
बागसेवनिया इलाके में रहने वाले एक युवक ने गुरुवार की शाम घर के पास खाली झुग्गी में फ ांसी लगाकर खुदकुशी कर ली। परिजन उसे फं दे से उतारकर इलाज के लिए अस्पताल लेकर पहुंचे, जहां डॉक्टरों ने चैक करने के बाद मृत घोषित कर दिया। सूचना के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने मर्ग कायम कर शव का पोस्टमार्टम के लिए मरचुरी में रखवा दिया था। शुक्रवार को पीएम के बाद लाश परिजन को सौंप दी गई है। पुलिस के मुताबिक रोहित मोरे पुत्र भीमराव मोरे (23) नोबल स्कूल के पीछे बाग मुंगालिया में रहता था। परिवार में माता-पिता के अलावा दो भाई हैं, जबकि बहन की शादी हो चुकी है। चौथी कक्षा तक पढ़ाई करने वाला रोहित प्रायवेट काम करता था। वह अक्सर मरने की बातें किया करता था। गुरुवार की शाम को उसने अपनी बहन को फ ोन लगाया और बोला वह फ ांसी लगाकर जान दे देगा। बहन ने इसकी जानकारी तत्काल ही परिजन को दी तो परिजन उसकी तलाश करने लगे। आसपास तलाश करने के बाद परिजन पड़ोसी की खाली झुग्गी में पहुंचे तो रोहित उन्हें फं दे पर लटका दिखा। उन्होंने उसे फं दे से उतारा और इलाज के लिए एम्स अस्पताल लेकर पहुंचे, जहां डॉक्टरों ने चैक करने के बाद उसे मृत घोषित कर दिया। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
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