वाशिंगटन (Washington)। संयुक्त राष्ट्र महासभा (United Nations General Assembly) कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई) (Artificial Intelligence (AI) पर मतदान के लिए तैयार है। इसका उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि शक्तिशाली नई तकनीक (Powerful new technology) सभी देशों को लाभान्वित करे, मानवाधिकारों का सम्मान करे और सुरक्षित, संरक्षित व भरोसेमंद साबित हो। इस प्रस्ताव का प्रायोजक अमेरिका है।
उसने कहा, उम्मीद है कि विश्व निकाय इसे आम सहमति से अपनाएगा और यूएन के सभी 193 देश इसका समर्थन करेंगे। अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) जेक सुलिवन ने कहा कि यदि प्रस्ताव अपनाया गया तो यह एआई के सुरक्षित उपयोग को बढ़ावा देने की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम होगा। उन्होंने कहा, यह संकल्प एआई के विकास-इस्तेमाल में सिद्धांतों के आधारभूत सेट के लिए वैश्विक समर्थन का प्रतिनिधित्व करेगा। यह जोखिमों का प्रबंधन करते हुए एआई सिस्टम का लाभ उठाने का मार्ग भी प्रशस्त करेगा। मसौदा प्रस्ताव का उद्देश्य अमीर विकसित देशों और गरीब विकासशील देशों के बीच डिजिटल विभाजन को खत्म करना है और यह सुनिश्चित करना है कि एआई पर चर्चा में वे सभी शामिल हों। इसका उद्देश्य यह सुनिश्चित करना भी है कि विकासशील देशों के पास एआई का लाभ उठाने के लिए तकनीक और क्षमताएं हों, ताकि बीमारियों का पता लगाना, बाढ़ की भविष्यवाणी करना, किसानों व श्रमिकों की मदद आसान हो सके।
एआई एक उभरता क्षेत्र
अमेरिका द्वारा संयुक्त राष्ट्र में लाया जाने वाला प्रस्ताव एआई विकास व उपयोग में तेजी को मान्यता देता है। साथ ही सुरक्षित और भरोसेमंद एआई प्रणालियों पर वैश्विक सहमति की तात्कालिकता पर जोर देता है। यह मानता है कि एआई प्रणालियों का शासन एक उभरता हुआ क्षेत्र है जिसके लिए संभावित शासन दृष्टिकोण पर और चर्चा की आवश्यकता है। मसौदे में एआई को विनियमित करने की जरूरत का समर्थन किया है।
वैश्विक चर्चा के लिए महासभा का रुख किया
यूरोपीय संघ के सांसदों ने 13 मार्च को दुनिया के पहले व्यापक एआई नियमों को अंतिम मंजूरी दे दी है, जो कुछ अंतिम औपचारिकताओं के बाद मई या या जूने तक प्रभावी हो जाएंगी। अमेरिका और चीन सहित दुनिया भर के देश तथा 20 प्रमुख औद्योगिक देशों का समूह भी एआई नियम बनाने की दिशा में आगे बढ़ रहे हैं। अमेरिकी एनएसए ने बताया कि अमेरिका ने एआई की तेजी से आगे बढ़ने वाली प्रौद्योगिकी के निहितार्थों को प्रबंधित करने के तरीके पर वास्तव में वैश्विक बातचीत करने के लिए महासभा का रुख किया है।
2030 तक विकास लक्ष्यों में एआई का इस्तेमाल
मसौदा प्रस्ताव के अनुसार, इसका प्रमुख लक्ष्य 2030 के लिए संयुक्त राष्ट्र के बुरी तरह से पिछड़े विकास लक्ष्यों को प्राप्त करने की दिशा में प्रगति के लिए एआई का इस्तेमाल करना है। इसमें वैश्विक भूख और गरीबी को खत्म करना, दुनिया भर में स्वास्थ्य में सुधार करना, सभी बच्चों के लिए गुणवत्तापूर्ण माध्यमिक शिक्षा सुनिश्चित करना और लैंगिक समानता हासिल करना शामिल है।
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