नई दिल्ली: दाऊद इब्राहिम (dawood ibrahim) पर शिकंजा कसने की जिम्मेदारी गृह मंत्रालय ने अब NIA को दे दी है. नेशनल इंवेस्टिगेशन एजेंसी (NIA) आतंक पर जांच करने वाली देश की सबसे बड़ी एजेंसी है.
दाउद पर बड़ा प्रहार
आपको बता दें कि ये पहला मौका है जब दाऊद इब्राहिम पर शिकंजा कसने के लिए NIA को बड़े स्तर पर कमान सौंपी गई है. बता दें कि ऐसा पहली बार हो रहा है जब दाऊद इब्राहिम पर शिकंजा कसने के लिए NIA को बड़े स्तर पर लगाया गया है. दरअसल कुछ समय पहले खबर आई थी कि दाऊद इब्राहिम का छोटा भाई अनीस इब्राहिम भारतीय सुरक्षा एजेंसियों के रडार पर है. अनीस इब्राहिम वो आरोपी है जो नशीले पदाथों की तस्करी में शामिल है जो फिलहाल दुबई से अपना धंधा संभाले हुए है.
NIA को मिली अभूतपूर्व ताकत
अबतक ईडी (ED) दाऊद से जुड़े मामलों की जांच कर रही थी. लेकिन अब NIA के पास भी वह शक्ति है कि वह विदेश में जाकर कार्रवाई कर सकती है. गृह मंत्रालय ने डी कंपनी से जुड़े सभी मामलों की पड़ताल के लिए सबसे बड़ी जांच एजेंसी को कमान सौंपी है. गृह मंत्रालय ने अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम पर शिकंजा कसने का एक नया प्लान तैयार किया है, इसी के अंतर्गत अब दाऊद इब्राहिम से जुड़े मामलों पर जांच का जिम्मा NIA को दिया गया है.
UAPA के तहत दर्ज हैं केस
दाऊद इब्राहिम, D कंपनी और उससे हर गुर्गों के खिलाफ UAPA के तहत मामले पहले से दर्ज हैं. अब NIA भी इसी के तहत आगे की कार्रवाई करेगी. गृह मंत्रालय के मुताबिक, D कंपनी और दाऊद इब्राहिम भारत में टेरर फंडिंग, नार्को टेरर, ड्रग्स स्मगलिंग और फेक करेंसी (FICN) का व्यापार कर आतंक फैलाने का काम कर रहे हैं. इतना ही नहीं दाऊद इब्राहिम और इसकी D कंपनी, लश्कर ए तैयबा (LeT), जैश ए मोहम्मद (JeM) और अल कायदा के जरिए भारत में आतंकी गतिविधियों को अंजाम दे रही है.
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