बीजिंग। चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग पर आरोप लग रहा है कि भ्रष्टाचार विरोधी अभियान की आड़ में उन्होंने अपने राजनीतिक प्रतिद्वंद्वियों को कुचल दिया। उन्होंने खुद को मजबूत करने के लिए उन सभी विरोधियों को रास्ते से हटाना शुरू किया जिन्होंने उनकी राजनीति में दखल देने की कोशिश की।
एक इतालवी मीडिया आउटलेट difesa की ऑनलाइन रिपोर्ट के अनुसार बताया गया है कि जब शी ने राष्ट्रपति के रूप में पदभार संभाला, तो वे कठिन आंतरिक परिस्थितियों को लेकर चिंतित थे। लेकिन उन्हें इस बात का आभास था कि उनके राजनीतिक प्रतिद्वंदी पार्टी के अंदर भ्रष्टाचार फैला रहे हैं। इसके बाद उन्होंने भ्रष्ट कार्यकर्ताओं पर नकेल कसनी शुरू कर दी।
जिनपिंग ने राजनीति को आगे बढ़ाने के लिए कई सियासी दुश्मन भी बनाए
खुद को आगे बढ़ाने के लिए शी जिनपिंग ने अगले कुछ वर्षों में बड़े सुधार के वादे किए जिसने उन्हें जनता की नजर में एक सुधारवादी नेता के रूप में पेश किया। हालांकि, शुरू में यह सब पूरा करने के लिए उन्होंने नए दुश्मन बनाए। इसी दौरान उन्होंने प्रतिद्वंद्वियों को कुचलने के अपने भ्रष्टाचार विरोधी प्रयासों की सफलता का लाभ उठाया।
भ्रष्टाचार विरोधी अभियान के तहत 50 लाख लोगों की जांच
फिर उन्होंने धीरे-धीरे अपने व्यक्ति के पंथ पर केंद्रित एक पार्टी पदानुक्रम का विकास सुनिश्चित किया। सत्तारूढ़ कम्युनिस्ट पार्टी के वरिष्ठ भ्रष्टाचार विरोधी अधिकारी ने कहा कि शी जिनपिंग के भ्रष्टाचार विरोधी अभियान ने पिछले एक दशक में लगभग 50 लाख लोगों की जांच की है।
हमारी पार्टी भ्रष्टाचार के खिलाफ अपनी लड़ाई में कभी आराम से नहीं बैठेगी: जिनपिंग
शी के भ्रष्टाचार विरोधी अभियान, प्रमुख नीतियों में से एक ने कथित तौर पर उनके राजनीतिक आधार को मजबूत करने में मदद की है। शी जिनपिंग का एक बार फिर से शिर्ष नेता चुना जाना तय है और वे सत्ता पर अपनी पकड़ को और मजबूत करने के लिए दृढ़ हैं। एनएचके वर्ल्ड के अनुसार शी ने एक रिपोर्ट में कहा कि पार्टी भ्रष्टाचार के खिलाफ अपनी लड़ाई में कभी आराम से नहीं बैठेगी।
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