इंदौर (Indore)। परदेशीपुरा तीन पुलिया के पास करीब 20 साल पहले नगर निगम ने मार्केट बनाया था और तभी से वहां आवंटन का मामला उलझन में पड़ा हुआ है। इसी बीच कई लोगों ने बिना शटर की दुकानों पर अपने हिसाब से कब्जे कर लिए और दुकानें भी संचालित करना शुरू कर दीं। वर्षों पहले परदेशीपुरा क्षेत्र की सडक़ बनाने के दौरान कई दुकानें प्रभावित हुई थीं और वहां कब्जे हटाए गए। इस दौरान दुकानदारों ने हंगामा किया था तो निगम ने उन्हें तीन पुलिया परदेशीपुरा के समीप नया मार्केट बनाकर देने की बात कही थी।
बाद में वहां जैसे-तैसे मार्केट का निर्माण भी किया गया, जिसमें तल मंजिल से लेकर पहली मंजिल पर कई दुकानें बनाई गईं और तभी से आवंटन का मामला उलझन में पड़ गया था। वर्षों से आवंटन के अभाव में मार्केट ही खस्ताहाल हो गया और कई लोगों ने वहां जबरन दुकानों पर कब्जे कर व्यापार संचालित करना शुरू कर दिया। दुकानों में शटर भी नहीं लगे, जिसके कारण कई भिक्षुकों का डेरा वहां जमा रहता है। अब वहां दुकानों पर बढ़ रहे कब्जों को लेकर नगर निगम अफसरों को शिकायतें हुईं। जनकार्य समिति प्रभारी राजेंद्र राठौर का कहना है कि परदेशीपुरा से हटाए गए दुकानदारों को वहां दुकानें आवंटित की जाएंगी और इसकी प्रक्रिया आने वाले दिनों में जल्द ही शुरू की जाएगी। सबसे पहले परदेशीपुरा के दुकानदारों को दुकानें दी जाएंगी और बची दुकानें शेष अन्य लोगों को आवंटित करने पर विचार किया जाएगा। एक-दो सप्ताह के अंतराल में नगर निगम वहां सभी दुकानों पर शटर लगाने के साथ रंगाई-पुताई का कार्य भी शुरू कराएगा।
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