इन्दौर। वाहन चोरों को पुलिस का कोई खौफ नहीं है और वे बेलगाम हो गए हैं। जिसका प्रमाण है कि कल रात शहर में 15 थानों से चोर 16 गाडियां चुराकर ले गए। यूं तो वाहन चोरी अब पुलिस के लिए एक बड़ी समस्या बन गई है। लगातार पिछले कुछ सालों में इसमें बढ़ोतरी हो रही है। पहले पांच से छह गाडिय़ां रोजाना चोरी होती थी, लेकिन पिछले कुछ सालों से यह आंकड़ा लगातार बढ़ रहा है। कल तो चोरों ने आधे शहर से गाडिय़ां चुराई। जहां से गाडिय़ां चोरी हुई हैं, उसमें लसूडिय़ा थाने से दो गाडिय़ां चोरी हुई हैं। इसके अलावा चंदननगर, छत्रीपुरा, सराफा, बाणगंगा, हीरानगर, तुकोगंज, कनाडिय़ा, तिलकनगर, खजराना, विजयनगर, एमआईजी, राजेंद्रनगर, मल्हारगंज और राऊ थाने हैं। घटनाओं से यह पता चलता है कि पुलिस की गश्त कितनी सख्त है। आधे शहर के थानों में चोर गाडिय़ां ले गए और पुलिस किसी को भी नहीं पकड़ पाई।
तीन हजार गाडिय़ां हर साल चोरी
शहर में पहले पांच से छह गाडियां चोरी होती थीं, लेकिन पिछले कुछ साल से यह आंकड़ा दस से अधिक का हो गया है। साल की बात करे तो पिछले साल शहर से चोर तीन हजार गाडियां चुरा ले गए। यह सिलसिला लॉकडाउन में भी नहीं रूका था।
देवास के कंजर, धार-टांडा का गिरोह
पुलिस ने शहर में लगातार हो रही वाहन चोरी के बाद फुटेज के आधार पर निष्कर्ष निकाला था कि वाहन चोरी के पीछे प्रमुख रूप से देवास का कंजर गिरोह और धार-टांडा का गिरोह है। इसके चलते वहां लगातार छापे मारे और कई गाडिय़ां भी बरामद की, लेकिन फिर छापे बंद होते ही एक बार फिर वाहन चोरी बढ़ गई है।
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