उज्जैन। अक्सर बिजली गुल होने के साथ ही जोन अधिकारियों के फोन बंद हो जाते हैं। कभी गलती से उठा भी लिया तो जवाब मिलता है कि फोन पर नहीं, 1912 पर करें कॉल तब ही बिजली आएगी। यह हाल इन दिनों विद्युत वितरण कंपनी के खेड़ापति जोन कार्यालय में पदस्थ अधिकारियों के है। जिसका खमियाजा कस्तूरी बाग क्षेत्र के रहवासियों को भुगतना पड़ रहा हैं। दरअसल इस क्षेत्र में मानसून की शुरूआत के साथ ही बिजली कटौती और आंख मिचौली की समस्या बढ़ गई है। इस पर अधिकारियों का फोन नहीं उठाना उपभोक्ताओं के गुस्से की आग में घी डालने का काम कर रहा है। अब तो क्षेत्र के बिजली उपभोक्ता एई और जेई लेवल के अधिकारियों के जवाब से परेशान, लोगों का कहना है कि उनकी फोन पर फरियाद भी अधिकारी सुनना नहीं चाह रहे हैं। ऐसे ही एक मामला सोमवार को सुनने को मिला। कस्तूरी बाग निवासी राहुल सिंह ने बताया कि नक्षत्र होटल के समीप स्थित ट्रांसफार्मर से क्षेत्र में बिजली की आपूर्ति की जाती है लेकिन पिछले 15 दिनों से डीपी में ट्रिपिंग और फाल्ट की समस्या बार-बार आ रही है। फाल्ट आने के बाद कभी दिन में तो कभी रात में बिजली गुल हो जाती है। कई बार जोन प्रभारी को इस संबंध में अवगत करवाया लेकिन आज तक सुधार नहीं हुआ। सोमवार को एक बार फिर उनसे संपर्क किया गया। अब तो वे बिजली कंपनी की व्यवस्था को ही मुझ पर थोप रहे हैं। बार-बार फाल्ट की सूचना देने पर उन्होंने मुझसे कहा कि फोन पर नहीं 1912 पर करें कॉल तब ही बिजली आएगी और फाल्ट सुधारा जाएगा। जबकि जोन प्रभारियों के मोबाईल नंबर स्वयं बिजली कंपनी के द्वारा ही उपभोक्ताओंं की मदद के लिए जारी किए जाते हैं।
24 घंटे बिजली के वादे फेल
कस्तूरी बाग के रहवासियों का कहना है कि बिजली कंपनी बड़े बड़े दावें करती है कि शहर में 24 घंटे और ग्रामीण क्षेत्रों में 18 घंटे लगातार बिजली सप्लाई की जा रही है लेकिन वर्तमान में यह सारे दावे झूठे और खोखले साबित हो रहे है।
इनका कहना है
बारिश में थोड़ी बिजली समस्या आती है। वहीं खेड़ापति जोन के एई और जेई से हम जब भी बात करते हैं, तो उनसे हमारी बात होती है। आउट ऑफ कवरेज बताना और मोबाइल रिसीव नहीं करना दोनों में अंतर है। फिर भी हम इस संबंध में उनसे बात करेंगे।
राजेश हरोड़े, कार्य पालन यंत्री बिजली कंपनी
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