इंदौर।पिछले कई दिनों से नगर निगम की टीमें जब्ती-कुर्की अभियान के चलते मकान, दुकानों में ताले जडऩे की कार्रवाई कर रही थीं। कल दोपहर से अचानक इस पर अघोषित रूप से रोक लगा दी गई। कई जगह वार्डों में कार्रवाई कर रही टीमों को जब्ती-कुर्की से रोक दिया गया। अब निगम की टीमें बकायादारों को राशि जमा करने के लिए सूचना दे रही हैं।
पिछले डेढ़ माह में 250 से ज्यादा मकान-दुकानों पर निगम की टीमों ने ताले जड़ दिए थे। इनमें से अधिकांश लोगों ने 1 करोड़ से ज्यादा की राशि जमा कर निगम में संपत्तिकर और जलकर का शुल्क भरा था। सभी 19 झोनल कार्यालयों की टीमों को कल शाम को निर्देश दिए गए कि वे वार्डों में जब्ती-कुर्की का अभियान नहीं चलाएं। आला अधिकारियों द्वारा दिए गए मौखिक आदेश के चलते आज से जब्ती-कुर्की का अभियान निगम द्वारा अघोषित रूप से बंद कर दिया गया है। निगम खजाने मेें संपत्तिकर के अब तक 290 करोड़ रुपए आज चुके हैं, वहीं जलकर के 30 करोड़ रुपए भी जमा हुए हैं। सर्वाधिक राशि जलकर की 300 करोड़ रुपए बकाया है। इनमें कई ऐसे करदाता हैं, जिन पर यह राशि हजारों से लेकर लाखों में पहुंच चुकी है और उनके वहां जब्ती-कुर्की के नोटिस भी निगम द्वारा दिए गए हैं। निगम के मार्केटों में दुकानों के किराए की राशि भी करोड़ों में बकाया है और उसके मामले में भी पिछले दिनों दुकानदारों को आवंटन रद््द करने के नोटिस दिए जा चुके थे, लेकिन अब आगामी आदेश तक इन सब कार्रवाई पर प्रतिबंध लग चुका है।
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