जेनेवा । पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ईशनिंदा पर अपनी ही टिप्पणी को लेकर घिर गए हैं। पाकिस्तान के ट्विटर हैंडल से ईशनिंदा को अभिव्यक्ति की स्वतंत्रा से जोड़ते हुए जो कुछ भी लिखा गया, उसके लिए इमरान सरकार की खूब फजीहत हो रही है और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उसे आलोचनाओं का सामना करना पड़ रहा है। इस ट्वीट को लेकर पाकिस्तान सरकार व इमरान खान के नजरिये को लेकर सवाल किए जा रहे हैं।
मानवाधिकार से संबंधित अंतरराष्ट्रीय संस्थाओं पर निगरानी रखने वाले गैर सरकार संगठन (NGO) यूएन वॉच ने पाकिस्तान सरकार के प्रति नाराजगी जताते हुए कड़ी टिप्पणी की है। पाकिस्तान सरकार की आलोचना करते हुए इसने संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद (UN Human Rights Council) में पाकिस्तान की मौजूदगी को असहनीय बताया है। यूएन वॉच ने ट्वीट कर कहा, ‘संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद में आपकी (पाकिस्तान) मौजूदगी असहनीय है।
यूएन वॉच का यह ट्वीट पाकिस्तानी सरकार के आधिकारिक ट्विटर हैंडल द्वारा ईशनिंदा को लेकर किए गए उस ट्वीट के बाद आया है, जिसमें कहा गया था कि अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के नाम पर ईशनिंदा को बर्दाश्त नहीं किया जा सकता। पाकिस्तान सरकार के ट्विटर हैंडल से 5 नवंबर को यह ट्वीट किया गया था, जिसमें कहा गया था, ‘अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता की आड़ में ईशनिंदा अस्वीकार्य और असहनीय है।’
इसी का जवाब देते हुए अब यूएन वॉच ने संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद में पाकिस्तान की मौजूदगी को ही असहनीय बता दिया है। एक अन्य ट्वीट में यूएन वॉच ने चीन के शिनजियांग प्रांत में उइगर मुसलमानों पर हो रहे अत्याचार को लेकर पाकिस्तान की चुप्पी पर सवाल उठाए हैं। पाकिस्तान पर तंज करते हुए यूएन वॉच ने कहा, ‘आप मुसलमानों का रहनुमा बनने की हिमाकत न करें, जबकि आपकी सरकार उइगर मुसलमानों के साथ कैम्प में हो रहे अमानवीय व्यवहार पर चुप है और चीन की सराहना करती है।’
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