नई दिल्ली (New Delhi)। संयुक्त राष्ट्र (UN report) की एक हालिया रिपोर्ट से पता चला है कि भारत में 20 करोड़ से ज़्यादा महिलाओं की शादी बचपन (marriage childhood) में ही हो गई थी। वैश्विक अनुमान के अनुसार 6.4 करोड़ लड़कियों और महिलाओं की शादी 18 साल की उम्र से पहले हो गई थी, इनमें से एक तिहाई मामले अकेले भारत में हुए हैं। सतत विकास लक्ष्य रिपोर्ट 2024 के अनुसार, पांच में से एक लड़की की शादी 18 वर्ष की आयु से पहले हो जाती है, जबकि 25 वर्ष पहले यह संख्या चार में से एक थी। इस सुधार ने पिछली तिमाही सदी में लगभग 68 करोड़ बाल विवाहों को रोका है।
Opaque algorithms push people into information bubbles and reinforce prejudices including racism, misogyny & discrimination of all kinds.
Big tech companies must take responsibility & mitigate harm to people and societies.
— António Guterres (@antonioguterres) June 24, 2024
एंटोनियो गुंटेरेस ने जताई निराशा
वहीं रिपोर्ट पर यूएन के महासचिव एंटोनियो गुंटेरेस ने कहा कि इस रिपोर्ट का निष्कर्ष बहुत ही सामान्य है। विश्व में शांति सुनिश्चित करने, जलवायु परिवर्तन का सामना करने और अंतर्राष्ट्रीय वित्त को बढ़ावा देने में हमारे असफल प्रयास इसके विकास को और कमजोर बना रहे हैं। गुंटेरेस ने कहा कि इनमें कुछ उम्मीद की किरणें दिखी हैं। उन्होंने 2030 के एजेंडे का पूरा करने के लिए तत्काल और त्वरित प्रयासों की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि यह रिपोर्ट दर्शाती है कि दुनिया को एक असफल ग्रेड मिल रहा है।
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