उमरिया। जिले के प्रसिद्ध राष्ट्रीय उद्यान बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में आपसी संघर्ष में आए दिन बाघों की मौत होती रहती है। इसी क्रम में यहां फिर एक बाघ की मौत हो गई। रिजर्व के पतौर कोर परिक्षेत्र के कक्ष क्रमांक पी-210 में पेट्रोलिंग (गश्ती) के दौरान एक नर बाघ का शव बरामद हुआ है। पोस्टमार्टम के बाद अधिकारियों की मौजूदगी में बाघ के शव को जलाकर नष्ट किया गया।
बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के उप संचालक स्वरूप दीक्षित ने रविवार को बताया कि पतौर कोर परिक्षेत्र के कक्ष क्रमांक पी-210 में पेट्रोलिंग (गश्ती) के दौरान शनिवार शाम को एक नर बाघ का शव देखा गया। सूचना मिलने पर परिक्षेत्र अधिकारी पतौर मौके पर पहुंचे एवं क्षेत्र को सील कर वरिष्ठ अधिकारियों एवं सहायक वन्य जीव शल्यज्ञ को सूचना दी। सूचना मिलने पर उप संचालक, सहायक संचालक, सहायक वन्य जीव शल्यज्ञ, पशु चिकित्सा अधिकारी एवं एनटीसीए के प्रतिनिधि सीएम खरे तत्काल मौके पर पहुंचे। डॉग स्क्वाड एवं मैटल डिटेक्टर से क्षेत्र के आसपास सर्च कराई गई।
उन्होंने बताया कि थोड़ी दूर (लगभग 500 मीटर) एक नर बाघ, एक मादा बाघ एवं दो बच्चे की उपस्थिति के साक्ष्य देखे गये। चूंकि यह घटना पतौर परिक्षेत्र के बमेरा ग्राम के पास की है तथा उक्त क्षेत्र नर, मादा बाघ एवं बच्चों की उपस्थिति है, इसिलए ग्रामीणों को घटनास्थल की ओर न जाने की हिदायत दी गई है। बता दें कि इससे पहले गत 29 सितम्बर को आपसी द्वंद में बांधवगढ़ में एक बाघिन की मौत हुई थी।
मुख्य वन संरक्षक एवं क्षेत्र संचालक विन्सेंट रहीम ने बताया कि घटनास्थल पर उपलब्ध साक्ष्यों से प्रथम दृष्टया नर बाघ का बाघों के आपसी संघर्ष में मारा जाना प्रतीत होता है। मृत नर बाघ की उम्र लगभग 4 से 5 वर्ष है। उसके सभी अंग सुरक्षित पाये गये। बांधवगढ़ सहायक वन्य जीव शल्यज्ञ एवं जबलपुर के डॉक्टर की संयुक्त टीम द्वारा सोमवार को बाघ के शव का पोस्टमार्टम किया गया। फोरेंसिक जांच के लिए नमूने सुरक्षित किये गये हैं। इसके बाद सक्षम अधिकारियों एनटीसीए के प्रतिनिधि एनजीओ एवं पार्क अधिकारियों की उपस्थिति में बाघ के शव को जलाकर नष्ट किया गया। (एजेंसी, हि.स.)
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