कीव। रूस का यूक्रेन पर आक्रमण (Russia’s invasion of Ukraine) का शनिवार को तीसरा दिन है। रूसी सेना यूक्रेन की राजधानी कीव (capital Kiev) पहुंच चुकी है। इसके बाद भी यूक्रेन हथियार डालने को तैयार नहीं है। राष्ट्रपति व्लादिमीर ज़ेलेंस्की (President Vladimir Zelensky) की अपील पर सैकड़ों आम नागरिकों ने हथियार उठा लिए हैं और रूस की सेना से लड़ने के लिए घरों से निकल गए हैं। वहीं एक महिला सांसद (women parliamentarians) खुद लोगों को बता रही है कि कैसे एके-47 राइफल चलाया जाता है।
यूक्रेन में जहां एक तरफ तबाही, युद्ध में लोगों के दम तोड़ते हुए और देश छोड़ने के लिए भागते लोगों की फोटो सामने आ रही है तो वहीं कुछ ऐसी भी फोटो सोशल मीडिया (social media) में वायरल हो रही है जिसमें रूसी सांसद (Russian MP) से लेकर बच्चे लोग हथियार उठाए दिख रहे हैं। रूस के साथ जंग के दौरान यूक्रेन की एक महिला सांसद ने भी हथियार उठा लिए हैं। सांसद का नाम किरा रुडिक (Kira Rudick) है। किरा रुडिक ने ट्विटर पर फोटो शेयर करते हुए लिखा कि मैं बंदूक चलाना सीख रही हूं। अब देश को बचाने के लिए हथियार उठाना जरूरी हो गया है। उन्होंने लिखा कि यह सब किसी सपने की तरह लगता है क्योंकि कुछ दिन पहले तक मैंने इसके बारे में सोचा तक भी नहीं था, लेकिन अब जब इतने कठिन हालात हैं तो यूक्रेन की महिलाएं भी पुरुषों की तरह ही अपनी धरती की रक्षा करेंगीं।
किरा ने कहा कि मैंने कभी नहीं सोचा था कि मुझे भी कभी हथियार उठाना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि हमारे और सेना के हथियार उठाने में बहुत ज्यादा अंतर हैं। हमने हथियार किसी दूसरे की जमीन पर कब्जा करने के लिए नहीं उठाया है, बल्कि यह हमारी धरती और खुद की हिफाजत के लिए है। आपको बता दें कि रूस की सैन्य ताकत के आगे कमजोर पड़ते यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की ने अपने नागरिकों से देश की रक्षा के लिए हथियार उठाने को कहा था। रूस और यूक्रेन (Russia and Ukraine) के बीच भले ही आपस में बातचीत की खबरे सामने आ रही हों लेकिन अभी भी दोनों देश के बीच स्थिति काफी तनाव पूर्ण बनी हुई है।
रूसी सेना से लोहा लेने के लिए यूक्रेन ने नागिरकों (citizens of Ukraine) को अब सरकार ने मशीनगन थमा दी है। खबरों के अनुसार राजधानी कीव को सुरक्षित रखने के लिए यूक्रेन की सरकार ने आम जनता को करीब 18 हजार मशीनगने दी हैं। इसके साथ ही यूक्रेन में अब 18 से 60 साल की उम्र के बीच के लोगों के देश छोड़ने पर भी प्रतिबंध लग गया है। यूक्रेन से आ रही खबरों के अनुसार रूस के हमले के बाद से ही यूक्रेनियन लड़के और लड़कियां बंदूक चलाने और युद्ध करने का अभ्यास कर रही हैं। अंदाजा है कि रूस के क्रीमिया पर कब्जा करने और पूर्व मास्को समर्थित सशस्त्र विद्रोह के दौरान यूक्रेन के लगभग 4 लाख लोगों के पास युद्ध का अच्छा खासा अनुभव हो सकता है।
यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोडिमिर ज़ेलेंस्की ने शनिवार को एक वीडियो शूट (video shoot) किया, जिसमें उन्होंने आम नागरिकों से हथियार उठाने की अपील की। उन्होंने कहा- मैं यहां हूं। हम कोई हथियार नहीं डालेंगे। हम अपने देश की रक्षा करेंगे, क्योंकि हमारे हथियार हमारी सच्चाई हैं। यूक्रेन के गृहमंत्रालय ने कहा कि राजधानी कीव की हिफाजत के लिए 18 हजार मशीनगन आम लोगों को दी गई हैं. कीव के मेयर ने कहा कि अब स्थानीय लोग भी रूस की सेना से लड़ने के लिए तैयार हैं। सरकार ने लोगों को हथियार बांट दिए हैं। हमले के बाद से ही यूक्रेन के लोगों में हथियार खरीदने की होड़ मची हुई है। पिछले कई दिनों से कीव की दुकानों में हथियार खरीदने के लिए लंबी लंबी लाइने लगी हुई हैं।
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