कीव। यूक्रेन (Ukraine) के सबसे युवा सांसद शिवतोस्लाव युराश (Ukraine youth parliamentarian Svyatoslav Yurash) ने कहा कि भारत(India) को रूस (Russia) को लेकर अपने रुख पर पुनर्विचार करना चाहिए और पिछले 20 वर्षों से रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन(Russian President Vladimir Putin) द्वारा किए गए कार्यों के लिए उसे दंडित करना चाहिए।
उन्होंने कहा, “जहां तक भारत-रूस का संबंध (India-Russia relations) की बात है, तो आपकी रणनीतिक मित्रता और साझेदारी पर एक संधि है, इसलिए मुझे लगता है कि आपको उस पर दोबारा सोचने की जरूरत है। न केवल यूक्रेन (Ukraine) बल्कि रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के शासन द्वारा पिछले 20 वर्षों से किए गए उन सभी कुकर्मों को देखते हुए आपको इस संधि पर पुनर्विचार करने की आवश्यकता है। रूस को चाहिए कि वह रूस को सजा दे।”
शिवतोस्लाव ने कहा, “भारत उन देशों में से एक है जो इस सदी के भाग्य का फैसला करेगा। जहां तक रूसी संबंधों पर भारत की स्थिति का संबंध है, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हमारे राष्ट्रपति को जो फोन किया, उसके लिए मैं आभारी हूं। भारत द्वारा किए जा रहे मानवीय कदमों के लिए हम आभारी हैं।” भारत ने यूक्रेन पर रूस के आक्रमण पर प्रतिक्रिया देने के लिए सतर्क रुख अपनाया है। इसके अलावा भारत यूक्रेन में फंसे नागरिकों की सुरक्षित निकासी के लिए यूक्रेनी और रूसी दोनों सरकारों के संपर्क में है। पीएम मोदी ने यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन दोनों से बात की है और हिंसा को तत्काल बंद करने की अपील की। हालांकि, यह संयुक्त राष्ट्र में रूस के खिलाफ प्रस्तावों से दूर रहा। भारत में रूसी दूत डेनिस अलीपोव ने हाल ही में कहा है कि यूक्रेन में मौजूदा संकट के रूस-भारत संबंधों सहित पूरी दुनिया के लिए परिणाम होंगे, जबकि साथ ही, भारत के पास इस महत्वपूर्ण समय में रूस के साथ आर्थिक संबंधों को मजबूत करने का अवसर है।